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मुख्यमंत्री ने किया स्व. श्रीमती इंद्रा स्वप्न रचनावली के १८ खंडों का महालोकार्पण

अभिनंदन समारोह….

पंचकूला(हरियाणा)।

आजादी के अमृत महोत्सव पर हरियाणा साहित्य अकादमी पंचकूला द्वारा प्रदेश के वरिष्ठ साहित्यकारों का अभिनंदन समारोह टैगोर थिएटर चंडीगढ़ में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की अध्यक्षता में हुआ। इस कार्यक्रम में हिंदी, पंजाबी,संस्कृत तथा उर्दू के विद्वानों को हरियाणा साहित्य पर्व में सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में रोहतक की स्व. श्रीमती इंद्रा स्वप्न के संपूर्ण साहित्य की रचनावली के १८ खंडों का महालोकार्पण मुख्यमंत्री ने किया।
इस लोकार्पण उत्सव में गुरविंदर सिंह धमीजा- (उपाध्यक्ष पंजाबी साहित्य अकादमी),सुनील वशिष्ठ (निदेशक हरियाणा पंजाबी साहित्य अका. पंचकूला),डॉ. वीरेंद्र चौहान(उपाध्यक्ष ग्रंथ अकादमी पंचकूला), डॉ. विनय शास्त्री, डॉ. चंद्र त्रिखा, वी. उमाशंकर(प्रधान सचिव सूचना जनसंपर्क एवं भाषा)डॉ. अमित अग्रवाल(महानिदेशक भाषा विभाग, हरियाणा) उपस्थित हुए।
सभी खंडों का सम्पादन उनके साहित्यिक पुत्र, हरियाणा के वरिष्ठ साहित्यकार मधुकांत जी ने किया तथा लोकार्पण भी कराया। इससे पूर्व हरियाणा साहित्य अकादमी ने इन्द्रा स्वप्न के ३ उपन्यासों को पुरस्कृत किया-महाराष्ट्र का गौरव,वैशाली सुंदरी तथा अद्य गुरु शंकराचार्य। हरियाणा राज्य की रजत जयंती के अवसर पर उनको विशिष्ट साहित्यकार (हिंदी) के रूप में सम्मानित किया गया।
उनके स्वर्ण जयंती वर्ष में हरियाणा प्रदेश की २३ वरिष्ठ साहित्यकार महिलाओं को महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय रोहतक में आमंत्रित करके प्रज्ञा सम्मान से सम्मानित किया गया। बाद में सिरसा, कैथल,रोहतक,जीन्द के साहित्यिक मंच पर वहां के साहित्यकारों को इंद्रा स्वप्न स्मृति पुरस्कार से सम्मानित किया गया। वरिष्ठ साहित्यकार मधुकांत ‘महाकवि सूरदास आजीवन साहित्य सेवा सम्मान’ से विभूषित किए गए।
मधुकांत जी ने बताया कि,इस महान यज्ञ में अनेक साहित्यिक मित्रों -डॉ. लालचंद मंगल,जगत सिंह हुड्डा, हरनाम शर्मा, राजा नरेंद्र, प्रो. शामलाल कौशल, प्रो. अंजना गर्ग, मधुदीप व नरेश प्रसाद भटनागर का भरपूर सहयोग मिला।

(सौजन्य:वैश्विक हिंदी सम्मेलन,मुंबई)

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