मैत्री हो भाग्यवान

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* भाग्यवान मैत्री हो लोका।मित्र वही साथी हर शोका॥नीति-रीति सम्प्रीति दिखावा,बढ़े मदद दु:ख हाथ बढ़ावा॥ खुशियाँ गम समरूप दिखाए।आपस में विश्वास जगाए॥बने सदा विपद संजीवनी।अपनापन रिश्ते हो अपनी॥ मित्र इत्र सुरभित सम लोका।तन मन आनंदित आलोका॥नाजुक कोमल कुसुम समाना।खिले पुष्प मकरंद सुहाना॥ कृष्ण-सुदामा अमर मिताई।स्नेहिल निर्मल धार बहाई॥वासुदेव कृष्णा सखि … Read more

सदाचार

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* सदाचार के पथ पर चलना, कभी न फिर तुम आँखें मलना।जीवन में अच्छाई वरना, हर दुर्गुण को नित ही हरना॥ कभी काम खोटा नहिं करना, नेह-नीर होकर तुम झरना।हरदम ही बनना उजियारा, करना दूर सकल अँधियारा॥ नैतिकता के होकर रहना, मानवता का पथ ही वरना।सबकी सेवा में जुट जाना, जीवन अपना … Read more

हिंदी भाषा गर्व हमारा

डॉ.आशा आजाद ‘कृति’कोरबा (छत्तीसगढ़)**************************************** भक्ति, संस्कृति, और समृद्धि का प्रतीक ‘हिंदी’ (हिंदी दिवस विशेष)… हिंदी भाषा गर्व हमारा।हर जन को लगता है प्यारा॥मातु भारती मधुर सुहाये।मधुरिम भाषा मन हर्षाये॥ दसवीं ग्यारह बीच शताब्दी।प्रारंभ क्रम मानें है हिंदी॥भक्ति वीरगाथा को गाया।क्रमिक शुभे पहचान बनाया॥ जन-जन बोले हिंदी भाषा।कथन वाक्य की शुभ परिभाषा॥भक्ति काल साहित्य पुराना।हिंदी से … Read more

गुरु बिन अल्प बुद्धि

डॉ.आशा आजाद ‘कृति’कोरबा (छत्तीसगढ़)**************************************** शिक्षक समाज का दर्पण… चरण कमल पर पाँव धरूँ मैं।शत-शत वंदन नमन करूँ मैं॥शिक्षक मानव जीवन गढ़ता।नित पथ पर बालक है चढ़ता॥ बाल बालिका श्रेष्ठ अधारा।नित्य मिटाते मन अँधियारा॥गुरु सम नहीं जान लें दूजा।पुण्य धरा पर इनकी पूजा॥ ज्ञान दीप नव नित्य जलाते।कंटक पथ से सदा हटाते॥मानवता की राह धरें ये।जन … Read more

ईर्ष्या भाव नहीं, सच्चा मनुज वही

डॉ.एन.के. सेठीबांदीकुई (राजस्थान) ********************************************* जिसके ईर्ष्या भाव नहीं है।जग में सच्चा मनुज वही है॥ईर्ष्या डाह रखे क्यों मानव।सदा स्वार्थवश बनता दानव॥ औरों की खुशियों से जलता।ईर्ष्या भाव हृदय में पलता॥रोग सभी को ये लग जाता।करके जीवन में पछताता॥ सुख और चैन कभी न पाए।जो जीवन में आग लगाए॥डाह बदन को आग लगाता।जीवन को यह नरक … Read more

दाना-पानी नहीं सुहाए

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* दाना पानी नहीं सुहाए, घोटालों में हमें फँसाए।वर्तमान सत्ता मतवाली,माने हम सबको मधुशाली॥ पास चुनावी हो रणभेरी, आरोपों में सबको घेरी।झोला भर-भर गाली देते, सबका उत्तर पीएम देते॥ चलती नहीं एक चालाकी,हम सब मिलकर भी एकाकी।बस आशा जनता दरबारी, मिले विजय जनमत दे सारी॥ जनता ही है एक सहारा, … Read more

कष्ट हरो भोले भंडारी

डॉ. गायत्री शर्मा’प्रीत’इन्दौर (मध्यप्रदेश )******************************************* कष्ट हरो भोले भंडारी, विपदा आई हम पर भारी।सर पर सोहे गंगा धारा, भवसागर से पार उतारा॥गौरा रानी संग विराजे, मस्तक चंदा प्यारा साजे।गले सोहती मुण्डक माला,संग नाग लिपटा है काला॥ कष्ट हरो भोले भंडारी, तुमको ध्याये दुनिया सारी।कानन कुण्डल साज रहे हैं, ढोल नगाड़े बाज रहे हैं॥हाथों में डमरू … Read more

जीवन का अस्तित्व है नारी

डॉ.आशा आजाद ‘कृति’कोरबा (छत्तीसगढ़)**************************************** अस्तित्व बनाम नारी (महिला दिवस विशेष)… स्वर्णिम जीवन देती नारी।धरती की वो है अवतारी॥जीवन सबका श्रेष्ठ बनाती।शुभ नव सुंदर मार्ग दिखाती॥ प्रेमभाव नित हिय में धारे।सकल मनुज का काज सँवारे॥दु:ख-पीड़ा सब हँसकर सहती।रिश्ते-नातों के सह रहती॥ बेटी के सब धर्म निभाती।माता बनकर प्यार लुटाती॥बहन बने सेवा नित करती।तभी प्रफुल्लित है यह … Read more

विकसित देश कैसे बनेगा!

डॉ.आशा आजाद ‘कृति’कोरबा (छत्तीसगढ़)**************************************** विकसित कैसे देश बनेगा।भारत कैसे आज बढ़ेगा॥जब सच्चे पथ होगें नेता।कहलाएँगे वहीं प्रणेता॥ लोकतंत्र का मान घटाते।मंत्रीपद का मान गिराते॥जन जनता से मत है मांगें।पीर देखकर नेता भागे॥ लागू जीएसटी सुशिक्षा।मुफ्त नहीं अब अपनी दीक्षा॥लूट रहे हैं जनता जन को।आंको इनके काले मन को॥ डीजल अरु पेट्रोल बढ़ाते।जन जनता को दीन … Read more

शक्ति, भक्ति और दिखावा

डॉ.आशा आजाद ‘कृति’कोरबा (छत्तीसगढ़)**************************************** शक्ति, भक्ति और दिखावा… जगह-जगह है आज दिखावा।भक्ति भाव का करते दावा॥मन में कितना द्वैष समाया।सच्चा मन कैसे कहलाया॥ मन धीरज हिय कैसे आए।निंदा में जब वक्त बिताए॥अन्य मनुज में दोष बनाते।सच्चे मन का ढोंग रचाते॥ धन का अति जब लोभ समाये।तुलना करके समय गँवाये॥ज्ञान ध्येय को है बिसराते।व्यर्थ बात के … Read more