करो भक्त कल्याण

बोधन राम निषाद ‘राज’ कबीरधाम (छत्तीसगढ़)************************************************************ श्री गणेश चतुर्थी स्पर्धा विशेष….. जय गणेश जय गजवदन,कृपा सिंधु भगवान।मूषक वाहन दीजिये,ज्ञान बुद्धि वरदान॥ शिव नंदन गौरी तनय,प्रथम पूज्य गणराज।सकल अमंगल को हरो,पूरण हो हर काज॥ हाथ जोड़ विनती करूँ,देवों के सरताज।भव बाधा सब दूर हो,ऋद्धि-सिद्धि गणराज॥ मंगलकारी देव तुम,मंगल करो गणेश।जग वंदन तुम्हरे करें,काटो सबका क्लेश॥ गिरिजा पुत्र … Read more

सिद्धिविनायक गणपति

डॉ.एन.के. सेठीबांदीकुई (राजस्थान) ****************************************************************** श्री गणेश चतुर्थी स्पर्धा विशेष….. सिद्धिविनायक विश्वमुख,हे भूपति विघ्नेश।विघ्नविनाशक गजवदन,सबके काटो क्लेश॥ प्रथमपूज्य महागणपति,लंबोदर गणराज।एकदंत हे गौरिसुत,सकल सँवारो काज॥ बुद्धिविधाता विघ्नहर,क्षेमंकरी विशाल।कोटिसूर्य सम तेज है,देवादेव कृपाल॥ वक्रतुण्ड हे भुवनपति,चतुर्भुजा अवनीश।मूषकवाहन हे सुमुख,देवे सिद्धि कवीश॥ मंगलमूर्ति महाबली,सर्वात्मन गजराज।सिद्धिदाता हे गणपति,सभी सुधारो काज॥ प्रथमपूज्य महागणपति,महाबली गणराज।शिवनंदन हे गौरिसुत,सकल सँवारो काज॥ दाता रिद्धी-सिद्धि के,ईशानसुत … Read more

पंचदेव में पूज्य गणेश

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ********************************************************** श्री गणेश चतुर्थी स्पर्धा विशेष….. चरण कमल श्रद्धा नमन,करूँ गजानन आज।उमातनय परमेश कुरु,स्वस्ति लोक गणराज॥ परशु पाणि!पूजन करुँ,लम्बोदर विघ्नेश।गजमुख वरदायक नमन,गौरीपूत गणेश॥ एकदन्त गिरिजा तनय,शरणागत करुणेश।रक्ताम्बर तनु देह है,दयावन्त अखिलेश॥ मंगलमय गौरीतनय,गणनायक बुद्धीश।वाहन मूषकराज है,जगपालक जगदीश॥ पंचदेव में पूज्य हैं,गणभूतों के नाथ।सकल मनोरथ पूर्ण कर,बुद्धि विधाता साथ॥ जय गणेश … Read more

श्री गणेश के ३१ नाम

शिवेन्द्र मिश्र ‘शिव’लखीमपुर खीरी(उप्र)**************************************************** श्री गणेश चतुर्थी स्पर्धा विशेष….. विघ्नविनाशक,गणपती,गिरिजासुवन गणेश।लंबोदर,हे! सिद्धिप्रिय,वक्रतुण्ड विघ्नेशll योगाधिप,प्रथमेश,तुम,मंगलमूर्ति,कवीश।सिद्धिविनायक,भुवनपति,शूपकर्ण अवनीशll एकदंत,एकाक्षरा,धूम्रवर्ण,ढुंढिराज।गौरीनंदन,विघ्नहर,द्वैमातुर महाराजll विद्यावारिधि,गजबदन,अंबिकेय,महाकाय।कपिल,सुमुख,क्षेमंकरी,करिए सदा सहायll परिचय- शिवेन्द्र मिश्र का साहित्यिक उपनाम ‘शिव’ है। १० अप्रैल १९८९ को सीतापुर(उप्र)में जन्मे शिवेन्द्र मिश्र का स्थाई व वर्तमान बसेरा मैगलगंज (खीरी,उप्र)में है। इन्हें हिन्दी व अंग्रेजी भाषा का ज्ञान है। जिला-लखीमपुर खीरी निवासी शिवेन्द्र … Read more

खिले चमन माँ भारती

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ********************************************************************** स्वतंत्रता दिवस विशेष …….. सुन्दर सुखमय जिंदगी,अमन चैन मुस्कान।रोक शोक सब मुक्त हो,भारत देश महानll खिले चमन माँ भारती,पुलकित मन आनंद।सुरभित यश जयगान से,खिले शान्ति मकरन्दll लहराए आकाश में,केशर हरित तिरंग।परिवर्तन उन्नति शिखर,धर्म चक्र नवरंगll मिटे सकल जन दीनता,सुख वैभव सब पूर्ण।शिक्षा दीक्षा सुलभ सब,जीवन यश सम्पूर्णll रामराज्य माँ … Read more

धरा अयोध्या प्रमुदिता

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ********************************************************************** प्रभु के जय जयकार से,गूंजा पूरा देश।रामराज्य समरस सुखी,सिया राम संदेश॥ धरा अयोध्या प्रमुदिता,हो पूजित नरेन्द्र।खत्म हुआ वनवास अब,पधारो कौशलेन्द्र॥ शंखनाद शुभ मांगलिक,जले अयोध्या दीप।आवाहन श्रीराम का,पहुँचे स्वयं महीप॥ मिली आज स्वाधीनता,सनातनी सम्मान।सियाराम सुन्दर मिलन,फिर दर्शन भगवान॥ सुखद शान्ति सद्भावना,उन्नति मुख मुस्कान।हुआ राष्ट्र फिर राममय,पूर्ण हुआ अरमान॥ आलोकित सरयू … Read more

सतर्कता धरें

आशा आजादकोरबा (छत्तीसगढ़) ********************************************************************** रक्षाबंधन पर्व विशेष……….. राखी के त्योहार की,खुशियाँ है चहुँओर।प्रेम और विश्वास की,हाथ बँधेगी डोर॥ इस राखी में ध्यान धर,कर लें सारे काम।‘कोरोना’ नित फैलता,कष्ट भरा अंजाम॥ सतर्कता के साथ सब,जाएँ सभी दुकान।रख लें सेनेटाइजर,होवे नहिं नुकसान॥ अपने घर पर ही बने,मीठा सब पकवान।रिश्ते घर से ही निभे,रखें रोग का भान॥ भाई … Read more

राखी

सुरेश चन्द्र ‘सर्वहारा’कोटा(राजस्थान)***************************************************************** रक्षाबंधन पर्व विशेष……….. मन के निश्छल प्रेम का,राखी पावन पर्व।भारतीय संस्कार पर,करे विश्व भी गर्व॥ कहती हमसे राखियाँ,नहीं प्रेम सम द्रव्य।सम्बन्धों की झाँकियाँ,दिखती इनमें भव्य॥ राखी पर आई बहिन,एक साल के बाद।बाँध कलाई पर गई,ढेरों आशीर्वाद॥ भाई-बहनों का रहा,जो स्वाभाविक प्यार।प्रकट उसी को कर रहा,राखी का त्यौहार॥ चाहे राखी का रहा,कच्चा कोमल … Read more

राखी में बसा पूरा मज़हब

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश) *********************************************************************** रक्षाबंधन पर्व विशेष……….. राखी ने फिर से दिया,इक नेहिल पैग़ाम।बहना का ख़त बांचता,सावन यह अभिराम॥ धागा दिन पर दिन हुआ,और-और मजबूत।भाई का तो कर हुआ,संरक्षा का दूत॥ रोली बनकर के दुआ,गर्वित करती माथ।हर युग,हर पल,हर जनम,भाव निभाते साथ॥ गाता रक्षापर्व नित,शुभ-मंगल के गीत।हो चाहे परदेश में,राखी जाती जीत॥ बिन चिट्ठी,बिन … Read more

महाकवि तुलसीदास:अजर अमर नाम

शिवेन्द्र मिश्र ‘शिव’लखीमपुर खीरी(उप्र)**************************************************** महाकवि गोस्वामी तुलसीदास (२४ जुलाई) जयंती स्पर्धा विशेष चित्रकूट में है बसा,इक राजापुर ग्राम।‘श्री तुलसी’ जन्मस्थली,कहते लोग तमामll आँचल हुलसी का मिला,पिता आत्माराम।दासी चुनियाँ ने किया,पालन शिशु निष्कामll ‘तुलसी’ माँ के गर्भ में,रहे पूर्ण इक वर्ष।अद्भुत बालक देखकर,हुआ न कोई हर्षll दाँत सभी थे जन्म से,किये उच्चरित राम।नाम रामबोला पड़ा,भक्ति-भाव उर … Read more