कुल पृष्ठ दर्शन : 280

You are currently viewing गणपति

गणपति

अनिल कसेर ‘उजाला’ 
राजनांदगांव(छत्तीसगढ़)
*************************************************

सिद्धि विनायक नाम है,सिद्ध करो प्रभु काजl
नाम तुम्हारा जो जपे,करता जग में राजll

दुखियों के दुख मेटिए,सुखकर्ता है नाम।
आप विराजो गणपती,मम उर पावन धामll

बुद्धि प्रदाता, गजबदन शंकरप्रिय विघ्नेश।
दूर करो विपदा जगत, धूम्रवर्ण प्रथमेश ll

ज्ञान चक्षु को खोलकर,देते अनुपम दृष्टि।
योगाधिप शंकरसुवन,निर्भय करिए सृष्टिll

शंकर के प्रिय लाल हो,और उमा हैं मात।
रिद्धि-सिद्धि स्वामी स्वयं,कार्तिके हैं भ्रातll

पहली पूजा आपकी,करते जग के लोग।
विघ्न विनाशक गणपती,दूर करो सब रोगll

परिचय –अनिल कसेर का निवास छतीसगढ़ के जिला-राजनांदगांव में है। आपका साहित्यिक उपनाम-उजाला है। १० सितम्बर १९७३ को डोंगरगांव (राजनांदगांव)में जन्मे श्री कसेर को हिन्दी,अंग्रेजी और उर्दू भाषा आती है। शिक्षा एम.ए.(हिन्दी)तथा पीजीडीसीए है। कार्यक्षेत्र-स्वयं का व्यवसाय है। इनकी लेखन विधा-कविता,लघुकथा,गीत और ग़ज़ल है। कुछ रचनाएं पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुकी हैं। आपकी लेखनी का उद्देश्य-सच्चाई को उजागर करके कठिनाइयों से लड़ना और हिम्मत देने की कोशिश है। प्रेरणापुंज-देशप्रेम व परिवार है। सबके लिए संदेश-जो भी लिखें,सच्चाई लिखें। श्री कसेर की विशेषज्ञता-बोलचाल की भाषा व सरल हिन्दी में लिखना है।

Leave a Reply