हमारे बुजुर्ग दुआओं की सौगात

एस.के.कपूर ‘श्री हंस’बरेली(उत्तरप्रदेश)********************************* क्षमा दुआ अनुभव और आस,है बुजुर्गों के पास,बहुत ही जिम्मेदारी अहसास,है बुजुर्गों के पास।छोटे-बड़ों का ध्यान और करें, घर की रखवाली भी-संस्कृति,संस्कारों का वास है,बुजुर्गों के पास॥…

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विचार बदलो

एस.के.कपूर ‘श्री हंस’बरेली(उत्तरप्रदेश)********************************* चंद साँसों के बाद बस तस्वीर रह जाती है,विधि-विधान की लिखी लकीर रह जाती है।इसलिए हो सके तो बस अच्छे कर्म करिये-बचता न कुछ शेष यादों की…

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प्रेम से भरा घर-परिवार

एस.के.कपूर ‘श्री हंस’बरेली(उत्तरप्रदेश)********************************* घर-परिवार स्पर्धा विशेष…… जहाँ प्रेम का उपहार हो,वो घर-परिवार है,जहाँ सहयोग ही आधार हो,वो घर-परिवार है।जहाँ लोग जीते-मरते हों एक-दूजे के लिए-जहाँ आशीर्वाद आभार हो,वो घर-परिवार है॥…

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झूठ के मुँह लगता ताला

एस.के.कपूर ‘श्री हंस’बरेली(उत्तरप्रदेश)********************************* झूठ कुछ समय का बस एक छलावा है,फिर हो जाता झूठ का मुँह काला है।सच की हार होगी यह है एक भुलावा बस-विधि विधान कि झूठ के…

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जीत कर आना है

एस.के.कपूर ‘श्री हंस’बरेली(उत्तरप्रदेश)********************************* अंधेरा है रात है जंग है पर हमको लड़नी है,इस महामारी पर जीत हमें हासिल करनी है।हिफाज़त से निकल कर आना दौर से बाहर-जिंदगी सबकी सलामत भी…

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जरूर जीतकर आएंगे

एस.के.कपूर ‘श्री हंस’बरेली(उत्तरप्रदेश)********************************* मत हारो हिम्मत कि एक दिन खुशी फिर लौट कर आएगी,हारेगा ये हठी 'कोरोना' भी और किस्मत फिर लहलहाएगी।फिर से वही चमन फूलों के महकेंगे खूबसूरत बनकर-बातें…

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मिलन ही जीवन

एस.के.कपूर ‘श्री हंस’बरेली(उत्तरप्रदेश)********************************* जिन्दगी की तस्वीर में हमको ही रंग भरना है,अपनी तकदीर से भी हमको जंग करना है।मुक़द्दर की कलम हाथ हमारे है अपने ही-जीवन में हमें अपने ही…

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जीने की चाहत

ममता तिवारीजांजगीर-चाम्पा(छत्तीसगढ़)************************************** खुश रहने के लिए बचपन कहां से लाऊँ,दिखने सुंदर वो नैनो दरपन कहां से लाऊँ।मौत से वास्ता रखे बगैर जीने की चाहत-जिंदगी तेरे लिए वो समर्पण कहाँ से…

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मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम

एस.के.कपूर ‘श्री हंस’बरेली(उत्तरप्रदेश)********************************* हर अवरोध पर इक संकल्प है भारी पड़ गया,नगरी अयोध्या पर रंग प्रभु श्री राम का चढ़ गया।बनने जा रहा मंदिर भगवान अपने श्री राम का-अब भारतवर्ष…

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‘इंसान’ अभी बनना बाकी

ममता तिवारीजांजगीर-चाम्पा(छत्तीसगढ़)************************************** अभी रंगीन जहाँ सारा,हुआ नहीं रंग खाकी है-खाली प्याले लिये बैठे,झूमते देखो साकी है।उड़ा है चाँद सितारों में,लिया है नाप समुंदर को-मगर इंसान को इंसान,अभी बनना तो बाकी…

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