हिंदी भाषा जैसे कोई राजदुलारी

एस.के.कपूर ‘श्री हंस’बरेली(उत्तरप्रदेश)********************************* हिंदी दिवस विशेष…. हिंदी लगती बड़ी ही प्यारी है,हिंदी सारे जग से न्यारी है।विश्व में हिंदी का परचम लहराये-हिंदी भाषा जैसे राजदुलारी है॥ चहुँओर ही हिंदी का गुणगान है,यह भाषा तो बहुत ही महान है।ज्ञान विज्ञान वेद शास्त्र संस्कृति-यह भाषा मानो रत्नों की खान है॥ बहुत मीठी-सी यह इक़ बोली है,बहुत कठोर-सी … Read more

सम्पूर्ण व्यक्तित्व दर्शाया जगत को

एस.के.कपूर ‘श्री हंस’बरेली(उत्तरप्रदेश)********************************* जन्माष्टमी विशेष….. करावास में जन्म लिया और कंस का नाश किया,भागवतगीता दिया उपदेश,कौरवों का भी विनाश किया।रच कर रासलीला भी तुम तो निच्छल प्रेम-प्रतीक बने-लेकर अवतार विष्णु द्वापर में सृष्टि नवविन्यास किया॥ बने गोवर्धनधारी वृंदावन को बचाया इंद्रवर्षा से,बन कर भी द्वारिकाधीश मिले सुदामा को हर्षा से।अखिल ब्रह्मांड आलोकित हुआ प्रेम व्यवस्था … Read more

एक धागे में वचनबद्धता का संसार

एस.के.कपूर ‘श्री हंस’बरेली(उत्तरप्रदेश)********************************* रक्षाबंधन विशेष……… नहीं खंडित हो कभी,ये भाई-बहन का प्यार,विस्तार तो है अनंत इसका,महिमा भी अपरम्पार।स्नेह-प्रेम का बंधन यह नहीं,केवल एक रक्षासूत्र-बस एक धागे में पिरो दिया,वचनबद्धता का संसार॥ भाई-बहन के प्रेम स्नेह,का प्रतीक है रक्षाबंधन,एक सूत्र की ताकत का,ये यकीन है रक्षाबंधन।सदियों से यही इक विश्वास,चलता चला आया है-इसी अटूट बंधन की … Read more

हर दिल में प्यार चाहिए

एस.के.कपूर ‘श्री हंस’बरेली(उत्तरप्रदेश)********************************* हर दिल में प्यार का कारोबार चाहिये,सबके अंदर मोहब्बत लगातार चाहिये।चाहिये अमन-चैन सकूं की ही बात-हर हक़ का असली ही हक़दार चाहिये॥ कर्तव्य निभायें तभी ही अधिकार चाहिये,पतझड़ नहीं हर बाग में बहार चाहिये।चाहिये भावना संवेदना का ज्वार दिलों में-हर व्यक्ति में मानवता का संचार चाहिये॥ हर आदमी इंसानियत का इश्तिहार चाहिये,बस … Read more

अटल विश्वास

डॉ.विद्यासागर कापड़ी ‘सागर’पिथौरागढ़(उत्तराखण्ड)********************************** अटल विश्वास है मुझको,भँवर भी पार कर लूँगा,जीत को मीत मैं कर के,हार की हार कर लूँगा।अगर ठोकर लगेगी तो,सँभालेगा मुझे मोहन-भरूँगा गीत नित नूतन,अधर गुलजार कर लूँगा॥ परिचय-डॉ.विद्यासागर कापड़ी का सहित्यिक उपमान-सागर है। जन्म तारीख २४ अप्रैल १९६६ और जन्म स्थान-ग्राम सतगढ़ है। वर्तमान और स्थाई पता-जिला पिथौरागढ़ है। हिन्दी और … Read more

यह हिंद की ललकार है

एस.के.कपूर ‘श्री हंस’बरेली(उत्तरप्रदेश)********************************* ‘मैं और मेरा देश’ स्पर्धा विशेष…….. मैं भगवद गीता का गुणगान हूँ,मैं राम राज्य की खान हूँ।एकसौ पैंतीस करोड़ की शान हूँ मैं-मैं हिन्द भारत देश महान हूँ॥ मेरा संस्कारों से ही रहा नाता है,शांति संदेश ही मुझको भाता है।नहीं पहली गोली मैं चलाता हूँ-तभी हिंद भारत महान कहलाता है॥ मैंने ये … Read more

मंजिल

डॉ.विद्यासागर कापड़ी ‘सागर’पिथौरागढ़(उत्तराखण्ड)********************************** हमारे काम होने से,लगन की बात होती है,अगर हम सो गये मन से,वहीं तो रात होती है।राह में सब डराते हैं,सदा ही शूल,पाथर भी-निडर हो बढ़ गये हम तो,मंजिलें साथ होती हैं॥ परिचय-डॉ.विद्यासागर कापड़ी का सहित्यिक उपमान-सागर है। जन्म तारीख २४ अप्रैल १९६६ और जन्म स्थान-ग्राम सतगढ़ है। वर्तमान और स्थाई पता-जिला … Read more

सुमन

डॉ.विद्यासागर कापड़ी ‘सागर’पिथौरागढ़(उत्तराखण्ड)********************************** चुभन थोड़ी सही जिसने,सुमन उसके हुए यारों,सदा ही शुभ्र सपनों के,गगन उसने छुए यारों।लहर से हारकर जो भी,किनारे बैठ जाते हैं-साँस लेते हैं,जिंदा हैं,समझ लो हैं मुए यारों॥ परिचय-डॉ.विद्यासागर कापड़ी का सहित्यिक उपमान-सागर है। जन्म तारीख २४ अप्रैल १९६६ और जन्म स्थान-ग्राम सतगढ़ है। वर्तमान और स्थाई पता-जिला पिथौरागढ़ है। हिन्दी और … Read more

कलम के जादूगर

एस.के.कपूर ‘श्री हंस’बरेली(उत्तरप्रदेश)********************************* हर कहानी उपन्यास में,सरल सुगम भाषा,‘हिंदी उर्दू मिलन’ को मिली,थी एक नई आशा।सजीव चित्रण ने बनाया,उन्हें ‘कहानी सम्राट’-प्रत्येक पंक्ति में डाले प्राण,हो ख़ुशी या निराशा॥ प्रत्येक पात्र हो जैसे कहीं,जमीन से जुड़ा हुआ,भावनाओं,और वास्तविकता से,मानो हो जड़ा हुआ।स्त्री मन के रहस्य या हों,लड़कपन के खेल-हर रिश्ता कागज़ पर उतारा,बच्चा या बड़ा हुआ। … Read more

पतवार है़ दोस्ती

ममता तिवारीजांजगीर-चाम्पा(छत्तीसगढ़)************************************** खिलती फूल की कली जैसे बहार है दोस्ती,दोपहर चैन भरी नींद का करार है दोस्ती।दोस्त रेशमी भरोसे भरे नाजुक बंधन हैं-अमावस में कतरा-ए-नूर एतबार है दोस्ती॥ भीने महकते पारिजात बौछार है दोस्ती,झीनी चादर चंदैनी की दुलार है दोस्ती।केशर की क्यारी में धीमे चलने की आहट-किसी झील के शिकारे में पतवार है दोस्ती॥ जिसकी … Read more