भारत माँ के लाल गांधी-शास्त्री

संजय जैन मुम्बई(महाराष्ट्र) **************************************** २ अक्टूबर का दिन,कितना महान है,क्योंकि जन्मे इस दिन दो भारत माँ के लाल है। सोच अलग थी दोनों की,पर थे समर्पित भारत के लिएइसलिए दिनों को हम लोग याद करते हैं,और दोनों के प्रति,श्रध्दा सुमन अर्पित करते हैंऔर उन्हें दिल से आज याद करते हैं। सत्य-अहिंसा के बल पर,हमें दिलाई आज़दीऔर … Read more

अजर-अमर विभूति

विजयलक्ष्मी विभा इलाहाबाद(उत्तरप्रदेश)************************************ दो अक्टूबर लाया भू पर,दो विभूतियां अजर-अमर।गूंजे नभ भूतल दोनों के,मिल कर विजय घोष के स्वर॥ किसके थे अवतार उभय गुरु,हमको अब भी ग्यात नहींकिन्तु अभी तक इस दिन जैसा,उर्मिल हुआ प्रभात नहीं।जन्म दिवस था या पृथ्वी पर,आये थे दो देव उतर॥ प्रथम पूज्य बापू ने आकर,दी जगती को दृष्टि नईकी मानव के … Read more

महात्मा गाँधी

अनिल कसेर ‘उजाला’ राजनांदगांव(छत्तीसगढ़)************************************ बापू तेरे नाम का,बस करते हैं जाप।बातें सच की बोल के,करते नेता पाप॥ सच का चरखा बंद है,झूठों का है शोर।सत्य राह जो भी चले,वो कहलाते चोर॥ गाँधी तेरे देश में,ले कर तेरा नाम।लूट रहे हैं देश को,लगा रहे हैं दाम॥ जात-पात को छोड़ कर,लिए सभी को साथ।मिला नहीं है देश को,कोई … Read more

चिकित्सा मुफ्त तो शिक्षा क्यों नहीं…?

डॉ.वेदप्रताप वैदिकगुड़गांव (दिल्ली) ******************************* पंजाब में कांग्रेस की उथल-पुथल पूरे देश का ध्यान खींच रही है,लेकिन वहीं से एक ऐसा बयान भी आया है,जिस पर नेताओं और नौकरशाहों को तुरंत ध्यान देना चाहिए। वह बयान है-दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का। श्री केजरीवाल आजकल अपनी आप पार्टी का चुनाव अभियान चलाने के लिए पंजाब की यात्रा … Read more

भव से तर जाओगे

शंकरलाल जांगिड़ ‘शंकर दादाजी’रावतसर(राजस्थान) ****************************************** पितृ पक्ष विशेष…. बना-बना कर माल-मलीदा बैठ ठाठ से खाते हो,नाम पितृदेवों का ले कुत्तों को खीर खिलाते हो। जीते जी पूछा नहीं जिन्हें मरने पर दु:ख जतलाते हो,ये कैसा श्राद्ध,बुजुर्गों को अब कौआ तुम बतलाते हो। यदि श्राद्ध मनाना है तुमको निर्बल की जाय सहाय करो,लावारिस फिरती गौ माता उनके … Read more

विजयी

बोधन राम निषाद ‘राज’ कबीरधाम (छत्तीसगढ़)************************************** प्यारा मेरा देश यह,विजयी हिंदुस्तान।सदियों से है विश्व गुरु,जाने सकल जहान॥जाने सकल जहान,आज लोहा सब माने।झंडा ऊँचा आज,चले सब शीश झुकाने॥कहे ‘विनायक राज’,यही है सबसे न्यारा।विजयी विश्व महान,देश यह मेरा प्यारा॥

प्रभात वन्दना

श्रीमती देवंती देवीधनबाद (झारखंड)******************************************* देवलोक से आ रही है दस्तक प्रभात वन्दन की,करुॅ॑ चरण वन्दना प्रभात में,देव रघुनन्दन की। है मधुर प्रभात की बेला,कर रही हूँ आपकी विनती,आपके आशीष से ही उन्नति की होती शुरु गिनती। हे नमामि रामम हे रामचन्द्र,हे सीता पति श्रीराम,नित्य प्रभात में,मैं देवन्ती लेती हूॅ॑ आपका शुभ नाम। दिखाया है आपने … Read more

बापू को चिट्ठी

डॉ.धारा बल्लभ पाण्डेय’आलोक’अल्मोड़ा(उत्तराखंड) *************************************** बापू लिख रहा चिट्ठी आज,तुमको अपने देश के काज।स्वच्छ शांति सेवा शिक्षा से-भी ना बदले स्वदेश आज॥ कोई धरना रैली करते,देश लूटने आतुर होते।सरकारी हड़ताली बनकर,काम नहीं पर दाम चाहते॥ देश भक्ति व देश प्रेम का,झंडारोहण माल्यार्पण का।,मात्र दिखावा और छलावा-ढोल पीटकर जयकारा का॥ चरखा टूटा बकरी खाई,सेवाग्राम घास उग आई।सन्मति … Read more

पत्थरों के शहर में…

एम.एल. नत्थानीरायपुर(छत्तीसगढ़)*************************************** पत्थरों के शहर में तो,कच्चे घर नहीं होते हैंतजुर्बों के पहर में तो,सच्चे डर नहीं होते हैं। हसरतों की दुनिया में,ये सब मौजूद होता हैरिश्तों की रूसवाईयों,साथ बावजूद होता है। इंसानी एहसास यह,पत्थर जैसा होता है,बेजान बुत भावहीन,नश्तर जैसा होता है। निगाहों की खामोशी,ये सच बयां करती हैउदासी की बेबसियां,ये कुछ कहां डरती … Read more

सर्वव्यापी महामारियाँ:गंभीर चिंतन जरूरी

डॉ. आशा गुप्ता ‘श्रेया’जमशेदपुर (झारखण्ड)******************************************* हम सब ढीले पड़ रहे हैं,मिलना-जुलना सब-कुछ चल रहा है। हम सब सोच रहे हैं, तीसरा डेल्टा कोविड नहीं आया है,या अभी देर है। तरह-तरह की अटकलें। चिकित्सक और वैज्ञानिक भी अब तीसरी लहर नहीं चाहते हैं,पर भीतर चिंतित भी तो हैं।इतिहास गवाह है कि,संसार में सदियों से कभी-कभी सर्वव्यापी … Read more