घर-परिवार मेरा अभिमान

डॉ. आशा गुप्ता ‘श्रेया’जमशेदपुर (झारखण्ड)******************************************* घर-परिवार स्पर्धा विशेष…… संसार में घर और परिवार में अनुपम सामंजस्य रहता है। दोनों एक-दूसरे के पूरक होते हैं। घर चाहे कुटिया हो,या आलीशान अट्टालिकाएं,या…

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घर-परिवार एवं हमारा दायित्व- एक चिंतन

नमिता घोषबिलासपुर (छत्तीसगढ़)**************************************** घर-परिवार स्पर्धा विशेष…… बचपन जीवन की मुख्य अवस्था है। इसे बहुत ही जतन और स्नेह की आवश्यकता होती है,लेकिन वर्तमान समय में बचपन की उम्र घटने लगी…

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सूनी चौखट सूने द्वारे

डॉ. अनिल कुमार बाजपेयीजबलपुर (मध्यप्रदेश)************************************* घर-परिवार स्पर्धा विशेष…… क्यूँ बूढ़ी आँखें राह निहारे,पड़ी सूनी चौखट सूने द्वारे। नहीं कोई गूंजे किलकारी,है मुरझाई फूलों की क्यारी। खामोशी का राज हो गया,भोलेपन…

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परिवार छॉंव है बरगद की

डॉ. गायत्री शर्मा’प्रीत’कोरबा(छत्तीसगढ़)******************************************* घर-परिवार स्पर्धा विशेष…… परिवार छॉंव है बरगद की,सुख सपनों के डेरे हैं।ये घोर निशा में दीपक है,पावन मधुर सबेरे हैं। घर-आँगन तुलसी महके,उलझे रिश्तों को सुलझाता है,लाख…

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नहीं दु:ख की घड़ी रहती

हीरा सिंह चाहिल ‘बिल्ले’बिलासपुर (छत्तीसगढ़) ************************************** घर-परिवार स्पर्धा विशेष…… रचनाशिल्प:१२२२ १२२२ १२२२ १२२२मुहब्बत से सजा रहता जो घर-परिवार जीवन का,उसी में हर खुशी रहती।नहीं दु:ख की घड़ी रहती। पिता,माता,बहन,भाई,सभी रहते…

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सौंधी महक-सा घर

डॉ.सोना सिंह इंदौर(मध्यप्रदेश)************************************** कुछ दीवारें गारे मिट्टी की,कुछ दीवारें चूने सीमेंट कीकुछ दीवारें ईंट पत्थर की,हर दीवार में बसी थी खुशबू एक घर की। घर में जल रहा है चूल्हा,चूल्हे में…

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एक दिन खो जाऊँगा

गोपाल मोहन मिश्रदरभंगा (बिहार)***************************************** प्रीत का सागर हूँछलक जाऊँगा नीर की तरह,अनजान गीतों का साज हूँबजता रहूँगा घुँघरुओं की तरह। एक दिनखो जाऊँगा मैं,धुंध बन करइन बादलों के संग में।…

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गीत और ग़ज़ल पर हुआ कवि सम्मेलन

टीकमगढ़(मप्र)। म.प्र. लेखक संघ जिला इकाई टीकमगढ़ एवं जय बुंदेली साहित्य समूह टीकमगढ़ के बैनर तले ‘गीत और ग़ज़ल’ पर केन्द्रित २७१वाँ आनलाइन आडियो कवि सम्मेलन आयोजित किया गया। अध्यक्षता…

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अपना-अपना घोंसला

डॉ.अर्चना मिश्रा शुक्लाकानपुर (उत्तरप्रदेश)*************************************** घर-परिवार स्पर्धा विशेष…… गाय भी रंभाती हुई अपने बच्चों पर ममता और प्यार लुटाने को खूँटे तक पहुँचती है,चिड़िया भी घोंसला बनाती है और बच्चों के…

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सबसे न्यारा परिवार

बोधन राम निषाद ‘राज’ कबीरधाम (छत्तीसगढ़)************************************** घर-परिवार स्पर्धा विशेष…… सबसे न्यारा सबसे प्यारा,मेरा यह परिवार।मंदिर जैसा पावन सुन्दर,लगता है घर द्वार॥ मातु-पिता की छाया हम पर,अरु मिलता है साथ।ये तो हैं…

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