पर्यूषण पर्व मन निर्मल करने आया

रीता अरोड़ा ‘जय हिन्द हाथरसी’दिल्ली(भारत)************************************************ पर्यूषण पर्व आया,मन के अंतःकरण में पावनता लाया,हृदय में दया,अहिंसा,क्षमा,सदव्यवहार जगाने आया। पर्यूषण पर्व ने मन निर्मल,तन उज्जवल,दिल में प्रीत भर दी,क्षमा-याचना करने‌ से कटुता मिटी,ज़ुबां मृदुभाषी कर दी। मेरे मन मंदिर में महावीर स्वामी ने मुझको प्रेरणा दी,मैं अपने दिल से सब बैर-भाव को भुलाकर करुणानिधि बनी। मेरे महावीर … Read more

गुरुदेव का साथ

संजय जैन मुम्बई(महाराष्ट्र) **************************************** जन्म-जन्म का साथ है,हमारा तुम्हारा,तुम्हारा हमारा।अब आगे भी दो मुझेगुरु अपना आशीर्वाद। जबसे आए हो तुम,मेरी जीवन मेंजीवन ही बदल गया,साथ रहने सेअब मैं क्या माँगू तुमसे,दिया है सब-कुछ तुमने। मानव धर्म की परिभाषा,सिखलाई तुमनेअपना मानव धर्म तुमने,दिखलाया हमकोइसी तरह से साथ निभाना,जीवन भर अपना। पहली-पहली गुरुभक्ति में,होता है कुछ अलग।गुरुदर्शन से … Read more

मैं हूँ भारत का संविधान

जसवीर सिंह ‘हलधर’देहरादून( उत्तराखंड)******************************************* मैं हूँ भारत का संविधान,दुनिया में जाना-पहचाना।अपने जख्मों पर रोता हूँ,मेरे दु:ख का यह पैमाना॥ कोई दल आया हिला गया,कोई दल आया झुला गया,आतंकी कुत्तों का टोला,अंतस तक शोणित पिला गया।सारे दल मेरे शोषक हैं,सब मुझ पर दांव लगाए हैं,खेतों में कृषक का क्रंदन,मैं देख देख तिलमिला गया।अधिकारों के सब सौदागर,कर्तव्यों … Read more

महादेवी

बाबूलाल शर्मासिकंदरा(राजस्थान)****************************************** छायावादी काल में,हुए चार कवि स्तंभ।महा महादेवी हुई,एक प्रमुख थी खंभ॥ सन उन्नीस सौ सात में,माह मार्च छब्बीस।जन्म फर्रुखाबाद में,फलित कृपा जगदीश॥ इन्हें आधुनिक काल की,मीरा कह उपनाम।करे प्रशंसा लोग सब,किए काव्य हितकाम॥ कहे निराला जी बहिन,सरस्वती नव नाम।भाई सम रखती उन्हें,विपदा में कर थाम॥ उपन्यास लिखती कभी,कथा कहानी गीत।नारायण वर्मा सुजन,पति साथी … Read more

प्रणय दिवस

डाॅ. पूनम अरोराऊधम सिंह नगर(उत्तराखण्ड)************************************* उसके नगर की डगर पर,मचल उठा दिल इक दिनजाने को बेताब,झूमते-गाते निकल पड़े हम…मतवाली-सी चाल,गेहूँ,चना,गन्ना,मक्का केखेत खूब लहराते,फल-फूलों के बाग-बगीचेअपनी शान फहराते…जर्रे-जर्रे से नूर छलकता,प्रकृति के गजब नजारेझुके पेड़ मुस्कुरा रहे थे,अपना प्यार बरसाते…झुकी शाखाएं मिलने को थीं,अपनी बाँहें पसारे…छोटे-छोटे पौधे खिल रहे थे,हमसे हाथ मिलाकर…। थका देख फिर पत्थर … Read more

भावी पीढ़ी को शिक्षकों का महत्व बताना होगा

सुरेन्द्र सिंह राजपूत हमसफ़रदेवास (मध्यप्रदेश)****************************************** शिक्षक:मेरी ज़िंदगी के रंग’ स्पर्धा विशेष….. सर्वप्रथम तो ‘शिक्षक दिवस’ की हार्दिक शुभकामनाएं। भारत के प्रथम उप-राष्ट्रपति व द्वितीय राष्ट्रपति शिक्षाविद,महान दार्शनिक,भारत रत्न डॉ. राधाकृष्णन सर्वपल्ली का जन्मदिवस पूरे भारत में ‘शिक्षक दिवस’ के रूप में मनाया जाता है। हमारे देश भारत की संस्कृति के अनुसार तो माता- पिता,गुरु और शिक्षक … Read more

मेरी राहों को रोशन किया

डॉ. अनिल कुमार बाजपेयीजबलपुर (मध्यप्रदेश)************************************* शिक्षक:मेरी ज़िंदगी के रंग’ स्पर्धा विशेष….. रास्ते पर मैं पड़ा था ठोकरें खाता हुआ,हाथ से तुमने तराशा और रत्न बन गयाअज्ञानता के अंधेरों से घिरा जीवन मेरा,बनकर सूरज मेरी राहों को रोशन किया। था मैं एक फूल धरती पर मुरझाया हुआ,आपके स्पर्श से प्रभु की माला बन गयाकच्ची मिट्टी था … Read more

मेरी जिंदगी के रंग में

संदीप धीमान चमोली (उत्तराखंड)********************************** शिक्षक:मेरी ज़िंदगी के रंग’ स्पर्धा विशेष….. मेरी जिंदगी के रंग मेंशिक्षक रहे संग में,भरा ज्ञान का प्रकाशजीऊं जो तरंग में। स्नेहभरा क्रोध थाप्यार-सा वो बौद्ध था,ज्ञान का दीया जलेहर शिष्य में शोध था। आधार वो बना गएसींचना हमें है अब,उर वाटिका बना गएमहकना हमें है अब। गुरु थे इस लोक केरुह गुरु … Read more

प्रिंसिपल सर

ममता तिवारीजांजगीर-चाम्पा(छत्तीसगढ़)************************************** शिक्षक:मेरी ज़िंदगी के रंग’ स्पर्धा विशेष….. गुरु गोविंद से बढ़कर है और क्यों है,आप,मैं और हम सभी जानते हैं। जिनसे हमें ज्ञान,जानकारी,या नेक सलाह मिलती है,वे हमारे गुरु हैं। गुरु-उम्र, जाति,लिंग,धनी-निर्धन या ज्ञानी-अज्ञानी से परे है, मगर अक्षर ज्ञान या शालेय शिक्षा प्रदान करने वाले आजकल असल गुरू माने जाते हैं,क्योंकि उन्होंने पढ़ना … Read more

नमन गुरु

डॉ. आशा मिश्रा ‘आस’मुंबई (महाराष्ट्र)******************************************* शिक्षक:मेरी ज़िंदगी के रंग’ स्पर्धा विशेष….. ज्ञान प्रकाश,शिक्षक बिखेरता-रोशनी बन। तमाम उम्र,ज़िंदगी ने सिखाए-तज़ुर्बे कई। कोर्स बदले,शिक्षक न बदले-कक्षाएँ वहीं। सफ़ेद धब्बे,चित्र उकेर जाए-मन को भाए। रख हौंसला,शिष्यों को तराशते-आकर गढ़ें। ऑनलाइन,चाहे ऑफ़लाइन-कर्तव्य पथ। चाक-डस्टर,हाथ में रजिस्टर-भाग्य विधाता। नमन गुरु,चुनौतियाँ अनंत-ज्ञान से अंत। पुस्तक-पेन,दुनिया बदल दे-शिक्षक संग। तिमिर पथ,रोशनी हैं … Read more