जय श्रीगणेश

श्रीमती देवंती देवीधनबाद (झारखंड)******************************************* गणेश चतुर्थी विशेष…. हे शिव पुत्र गौरी के नन्दन करती हूॅ॑ मैं वन्दना,अतुलित महिमा है आपकी,करती हूॅ॑ मैं प्रार्थना। शिव भोले भन्डारी के आप परम प्रिय पुत्र हैं,माता की आज्ञा पालन करने वाले प्रिय पुत्र हैं। प्रथम पूज्य श्रीगणेश चरण वन्दना आपकी,दु:खहर्ता-सुखकर्ता विनती करूॅ॑ मैं आपकी। देवों के देव महादेव के … Read more

कोई इशारा न कीजिए

सरफ़राज़ हुसैन ‘फ़राज़’मुरादाबाद (उत्तरप्रदेश) ***************************************** मेह़फिल में आप कोई इशारा न कीजिए।बदनाम हमको ऐसे ‘ख़ुदारा न कीजिए। इक बार का ही ज़ख़्म न भर पाया आज तक,उल्फ़त की बात हमसे दुबारा न कीजिए। नाज़ ओ अदा का आपकी घट जाएगा वक़ार,हम ‘जैसे आशिक़ों ‘से किनारा न कीजिए। हँसते ही ‘हँसते छलकें ‘न आँखों के मयकदे,इतना ख़याल … Read more

निर्जल व्रत करती हैं

प्रिया देवांगन ‘प्रियू’ पंडरिया (छत्तीसगढ़) ********************************** राह देखती भैया जी की, साथ मायके जाती हैं,खुश हो कर सब माता-बहनें,मिल-जुल तीज मनाती हैं। पति की उम्र बढ़ाने को सब,निर्जल व्रत को करती है,शिव-गौरी की पूजा करती,मन में श्रद्धा भरती है। नए-नए पकवान बनाती,साथ बैठ कर खाती हैं,खूब दिनों में मिलती बहनें,खुशहाली बिखराती हैं। हँसी-ठिठोली करते रहते,बचपन … Read more

क्षमापना का अर्थ-क्षमा मांगना और करना भी

संदीप सृजनउज्जैन (मध्यप्रदेश) *************************************** क्षमापना पर्व विशेष….. ‘मुझे क्षमा कर दीजिए,मेरी वजह से आपको दुःख पहुँचा’ यह कहना बड़े साहस का काम है। शायद इसी लिए ‘क्षमा को वीरों का आभूषण’ कहा गया है। क्षमा करना उतना कठिन नहीं है,जितना क्षमा मांगना। गलती करना मानव की स्वाभाविक प्रवृत्ति है। हम सभी अहंकार या प्रमादवश गलती करते … Read more

सभी पर्वों का राजा पर्यूषण पर्व

डॉ.अरविन्द जैनभोपाल(मध्यप्रदेश)******************************************** दसलक्षण पर्व-उत्तम क्षमा (१०सितम्बर)विशेष… यह सभी पर्वों का राजा है। इसे आत्मशोधन का पर्व भी कहा गया है,जिसमें तप कर कर्मों की निर्जरा कर अपनी काया को निर्मल बनाया जा सकता है। पर्यूषण पर्व को आध्यात्मिक दीवाली की भी संज्ञा दी गई है।दुनिया के सबसे प्राचीन धर्म जैन धर्म को श्रमणों का धर्म … Read more

गणपति आन विराजो मन में

आशा आजाद`कृति`कोरबा (छत्तीसगढ़) ******************************************* गणेश चतुर्थी विशेष….. सत्य राह की चलूँ डगर मैं,बोलूँ नित शुभ बोल।गणपति आन विराजो मन में,भाव भरो अनमोल॥ दीन दुखी की सेवा करना,नेक बने यह ध्येय।कर्म करूँ मैं नितदिन सुंदर,बनूँ श्रेष्ठ उपमेय।कटुता मन में नहीं समाये,बात करूँ नित तोल।गणपति आन विराजो मन में,भाव भरो अनमोल॥ मौन त्याग कर न्याय दिलाऊँ,अनाचार जब … Read more

मेरे पैरों पे मिट्टी चढ़ी

संदीप धीमान चमोली (उत्तराखंड)********************************** मेरे पैरों पे मिट्टी चढ़ी हैतेरे दर पर कैसे आऊं,पापों का वजन है भारी-चोखट पग कैसे उठाऊं। पैरों से भारी पलकेंउनको मैं कैसे उठाऊं,तेरे दर पर वासना ढूंढे-आँखें वो कैसे मिलाऊं। मेरा मन कपटी पापी,सामतलब को द्वार पे आऊं,दिल पाप की गठरी मेरा-कर्म,पाप भी पुण्य बताऊं। हाथों का दोष है सारागूंथी कर्म … Read more

अनाहूत ही फिर आए तुम

विजयलक्ष्मी विभा इलाहाबाद(उत्तरप्रदेश)************************************ क्यों अतीत मेरे जीवन में,अनाहूत ही फिर आए तुमअपनी जीर्ण-शीर्णता लेकर,मेरे मानस पर छाए तुम। तुम तो उस दिन सूरज जैसे,दिन ढलते ही बीत गए थेऔर यहां मेरी यादों के,बूंद-बूंद घट रीत गए थेकिन्तु आज अपनी गागर में,वे रीते घट भर लाए तुम। ऐसा है यदि नियम नियति का,हो अतीत का जन्म दोबारातो … Read more

गणेश वंदना

अमल श्रीवास्तव बिलासपुर(छत्तीसगढ़) *********************************** गणेश चतुर्थी विशेष….. हे जगनियंता,जग नायक,हे जगदा धार प्रणाम तुम्हें।हे एक दंत,हे ज्ञान वंत,प्रभु बारम्बार प्रणाम तुम्हें॥ हो खल-गंजन,तुम दुःख-भंजन,हो जन-रंजन,अभिराम तुम्हीं।हो निराकार तुम निर्गुण हो,साकार रूप निष्काम तुम्हीं॥तुम,काम,क्रोध,मद,लोभ,मोह,छल,दंभ,द्वेष,दुःख नाशी हो।तुम अन्तर्यामी,जग स्वामी,कण-कण,घट-घट में वासी हो॥हे लम्बोदर,हे विघनेश्वर,हे परम उदार प्रणाम तुम्हें।हे एक दंत,हे ज्ञान वंत,प्रभु बारम्बार प्रणाम तुम्हें॥ तुम भुव पति,भव … Read more

हे गणपति दु:ख दूर करो

उमेशचन्द यादवबलिया (उत्तरप्रदेश) ******************************************* गणेश चतुर्थी विशेष….. जानूँ ना पूजन की विधि बाबा,भक्ति भजन की मुझको लूर नहीं।हे देवा सुन लो अर्ज मेरी,अबोध बालक हूँ मैं मगरूर नहीं।यूँ तो देवों की फौज बड़ी,पर तुम-सा कोई मशहूर नहीं।हे गणपति दु:ख को दूर करो,भक्ति भजन की मुझको लूर नहीं॥ हे प्रथम पूज्य गणनायक तुम,रिद्धि-सिद्धि के दाता हो।अगर हुई … Read more