हमसे मोहब्बत नहीं है

रेणू अग्रवालहैदराबाद(तेलंगाना)************************************ किसी को किसी के लिये फुरसत नहीं है।हमें भी बातें करने की तो आदत नहीं है। तन्हाई में गुज़र गये सालों पर साल कई,किसी अपने को हमसे मोहब्बत नहीं है। खून का रिश्ता पराई आग में जल जाता है,आज़कल सच्ची माँ से मार्फ़त नहीं है। माँ ने पाला जिसे कलेजे से लगाकर,माँ को … Read more

प्रेम दीवानी मीरा

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश) ***************************************** गीतों में मीरा का गायन,वंदन-अभिनंदन है।मीरा थी बस श्याम-दिवानी,जिसका अभिवंदन है॥ धारण कर बैरागी चोला,मंदिर किया बसेराबनकर के बैरागिन जिसने,पाया धवल सबेरा। लगा हुआ जिसके माथे पर,अहसासों का चंदन है,मीरा थी बस श्याम-दिवानी,जिसका अभिवंदन है…॥ बना हलाहल अमिय निमिष में,श्याम-राग रँग लायापहन गेरुआ वसन हर्ष से,जिसने भाव दिखाया। उस मीरा … Read more

जनसंख्या पर रोक करो भाई

प्रिया देवांगन ‘प्रियू’ पंडरिया (छत्तीसगढ़) ************************************ बढ़ते संख्या रोज,लोग भी बढ़ते जाते।नहीं नियंत्रण होय,तभी संकट है आते॥आबादी को देख,सदा बढ़ती महँगाई।जनसंख्या पर रोक,करो सब मिलकर भाई॥ करे नौकरी आस,बढ़ा के बच्चे सारे।घूमे कागज रोज,लोग किस्मत से हारे॥बेटी-बेटा एक,भेद ना इसमें जानो।जीवन का आधार,सदा दोनों को मानो॥ जनसंख्या पर रोक,करें जल्दी ही जारी।महँगाई की मार,पड़ी है … Read more

करो प्रतीक्षा धीर-वीर बन

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) *************************************** मूल प्रतीक्षा जीवन सुन्दर,सफल सुखद अरमान हृदय हो।आनन्दित पुरुषार्थ सबल मन,मिले कीर्ति सम्मान विजय हो। करें प्रतीक्षा संयम सत्पथ,दशा दिशा अनुकूल जभी हो।तब तक जीएँ शान्ति धीर मन,समय चले प्रतिकूल मनुज हो। अन्धकार फैले हों चहुँ दिक्,रोग शोक अनुताप बहुल हो।करें प्रतीक्षा नित सूर्योदय,आगत शुभ अभिलाष सृजित हो। सभी … Read more

समर्पण

डॉ.धारा बल्लभ पाण्डेय’आलोक’अल्मोड़ा(उत्तराखंड) *************************************** १६-१४,पदांत-२२२….. सदा समर्पण सिखलाता है,सच्ची राह चलाता है।कर्म-धर्म के पथ पर चलना,उच्च मार्ग बतलाता है॥ जीवन में उपयोगी दोनों,त्याग-समर्पण होते हैं।प्रेम भाव हैं मन में भरते,सत्पथगामी होते हैं॥विनम्रता सद्भाव सिखाता,कर्म राह दिखलाता है।कर्म-धर्म के पथ पर चलना,उच्च मार्ग बतलाता है॥ सदा समर्पण सिखलाता है,सच्ची राह चलाता है।कर्म-धर्म के पथ पर चलना,उच्च … Read more

जीना सीख लिया

राजू महतो ‘राजूराज झारखण्डी’धनबाद (झारखण्ड) ****************************************** धूप में,छाँव मेंअपनों से दुराव में,जीना सीख लिया। हार में,जीत मेंया हो प्रीत में,हँसना सीख लिया। अपनों के संग,परायों के संगया हो एकांत,रहना सीख लिया। सुख में,दु:ख मेंया हो भूख में,मुस्कुराना सीख लिया। घर में,बाहर मेंया हो कहर में,शान्त रहना सीख लिया। सत्य में,शांति मेंया हो क्रांति में,सहयोग देना सीख … Read more

आज की आधुनिकता…

संजय जैन मुम्बई(महाराष्ट्र) **************************************** आज के दौर कादोस्तों क्या हाल है,आधुनिकता के नाम परबेशर्मी का ये दौर हैन अदब न शर्म और न ही,बची संस्कृति और सभ्यताइसे ही कहते हैं लोग,आज की आधुनिकता।आज की आधुनिकता….।। तू है प्रभु का दासतो क्यों है उदास,जब प्रभु का हैतेरे सिर पर हाथ,तो क्यों रहता हैबंदे तू उदास,इस दौर में … Read more

मन्द सुगन्ध महके

संदीप धीमान चमोली (उत्तराखंड)********************************** मन्द सुगन्ध,महके रात्रि गंध,खोल दे श्वांस जिसकी हो बंदहरसिंगार कहो,कहो परिजात,पुष्प विशिष्ट धरा मात्र है चंद। पड़ जाएं जो गल बन माला,सोलह श्रंगार पड़े आगे मंद,परिजात-सा ले आएं स्वर्ग धरा,नासा छिद्र खुल जाएं पड़े बंद। देव पुष्प देवों का प्यारा,इत्र-सा महका दे संसार जो साराऔषधीय गुणों से है भरपूर,धनवंतरि का वो सबसे … Read more

बहला जाते हो

ममता तिवारीजांजगीर-चाम्पा(छत्तीसगढ़)************************************** बोझिल दिन बहला जाते हो,नूर अजब नहला जाते हो। हम जब भी तन्हा होते हैं,तुम चुपके से आ जाते होनम बरसातों भून करारा,यादों को पकड़ा जाते हो। कानों में सरगोशी करते,बालों को सहला जाते होना खोलो जुम्बिश हाथों की,ख्यालों में झुला जाते हो। जब जाने की बातें करते,नाज़ुक दिल दहला जाते होबोलो जब … Read more

इक दफा देखिए

डाॅ. पूनम अरोराऊधम सिंह नगर(उत्तराखण्ड)************************************* इक दफा पलकें उठा के मुझको देखिए,इक दफा पलकें गिरा के मुझको देखिए।इन आँखों में मेरी कौन है तुम्हारे सिवा-इक दफा नज़रें मिला के मुझको देखिए॥ परिचय–उत्तराखण्ड के जिले ऊधम सिंह नगर में डॉ. पूनम अरोरा स्थाई रुप से बसी हुई हैं। इनका जन्म २२ अगस्त १९६७ को रुद्रपुर (ऊधम … Read more