ग़ज़ल और कलाकृति को एक साथ साधने का नाम विज्ञान व्रत
मंडला(मप्र)। लोगों में यह गलत भ्रम फैलाया गया है कि जो समझ में ना आए,वह आधुनिक कला है। हमें हर चीज दिखलाई नहीं पड़ती,किंतु उसका अस्तित्व होता है !अमूर्त से मूर्त की शैली तथा अनकहे शब्द को कह देने का इशारा ही आज की कला है।सिद्धेश्वर के संयोजन में ‘मेरी पसंद:आपके संग’ के तहत वरिष्ठ … Read more