युवाशक्ति को नमन

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश) ******************************************** युवाशक्ति को है नमन्,जो रचती इतिहास।हो हिमगिरि-सा दृढ़ युवा,ऊँचा ज्यों आकाश॥ युवा उठे तो हो सृजन,विचले तो विध्वंस।युवा विवेकानंद है,है मानस का हंस॥ तूफ़ानों को…

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वरिष्ठ साहित्यकार ॠषिराज निमाड़े सम्मानित

खंडवा(मप्र) | कवि कला संगम परिवार व सुरभि साहित्य अकादमी द्वारा वरिष्ठ साहित्यकार ॠषिराज निमाड़े(खंडवा की माटी) का हरीगंज स्थित कार्यालय पर सम्मान किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. जगदीश…

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तेरा-मेरा प्यार

ममता तिवारीजांजगीर-चाम्पा(छत्तीसगढ़)************************************** फागुन और बयार,बसन्त और बहारइश्क़ और खुमार,साथ और तकरारसोच और विचार,हम और आचार।वैसे ही तेरा-मेरा साथ,वैसे ही तेरा-मेरा प्यार। धुन और संगीत,स्वर और गीतप्रीत और मीत,हार और जीतजग…

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जीवन की सफलता का आधार सकारात्मकता ही

अश्विनी प्रशांत रायकरनवी मुंबई(महाराष्ट्र)********************************* मनुष्य ने अपने ज्ञान के बलबूते पर आत्मविश्वास,दृढ़ संकल्प, दृढ़ता और कड़ी मेहनत से आसमान की बुलंदियों पर अपना नाम लिख दिया है और चाँद की…

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सावन मास निराला

रेणू अग्रवालहैदराबाद(तेलंगाना)************************************ सावन आता है बहार लेकर,फ़ूल ख़िलते गुलज़ार बनकर।रँग-बिरंगी फ़िज़ा हो जाती-आती बारिश भी ख़ूब छनकर॥ गया पूरा महीना शिव पूजन में,कावड़िये चले हो मगन भजन में।दूर नंगे पाँव…

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दिल चाहता है आसमाँ-सा प्यार

सुश्री अंजुमन मंसूरी ‘आरज़ू’छिंदवाड़ा (मध्य प्रदेश)******************************************* बे-लौस महब्बत भरा क़िरदार ज़मीं पर।दिल चाहता है आसमाँ-सा प्यार ज़मीं पर। गर इश्क़ में तासीर हो मंज़र है ये मुमकिन,हो अर्श के महबूब…

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शिक्षक बिन विद्यालय यानि बैल से दूध निकालना

डॉ.अरविन्द जैनभोपाल(मध्यप्रदेश)***************************************************** मध्यप्रदेश सरकार का यह मत है कि,आजकल छात्र-छात्राएं अभिमन्यु जैसे गर्भ से ही शिक्षित पैदा होती हैं और मोबाइल-लेपटॉप युग के कारण अब शिक्षा की कोई जरुरत नहीं…

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सभ्यता

मदन गोपाल शाक्य ‘प्रकाश’फर्रुखाबाद (उत्तर प्रदेश)************************************** मानवता है-सभ्यताई जीवन,आदर्शवाद। इंसानियत-एक सभ्यता लक्ष्य,सम्मान देय। सद्भावना हो-सबसे प्रेम भाव,न्यायकारी जो। सबका हिती-सभी से आदर्शताव्यवहारिक। धीरतावान-दृढ़ निश्चय करे,आत्मविश्वासी।

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तुमसे बेहतर

गोपाल मोहन मिश्रदरभंगा (बिहार)***************************************** माना तुमसे कमतर हैं,कहीं न कहीं हम बेहतर हैं। पहचान हमारी खतरे में,हम शब्दों के बुनकर हैं। वो जज़्बाती अव्वल नंबर है,हम तो जन्म से पत्थर…

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चमक रहा है भारत

वर्षा तिवारीमुम्बई(महाराष्ट्र)*************************************** बदल रहा है भारत,नई-नई तकनीकीयों के बीचअपने-आपमें निखर रहा है भारत।मंगल ग्रह पर सफलतापूर्वक,अपनी उड़ान भरकरचमक रहा है भारत।विमुद्रीकरण को लाकर,भ्रष्टमुक्त देश की ओरबढ़ रहा है भारत।ज़माखोरों पर…

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