प्रकृति को अपनी निजी संपत्ति ना समझें-डॉ. जोशी
पुस्तक लोकार्पण…. इंदौर (मप्र)। प्रकृति आने वाली पीढ़ियों के लिए हमारे पास अमूल्य धरोहर है। हम इसे अपनी संपत्ति ना समझें।यह बात अखंड संडे के तत्वावधान में वरिष्ठ लेखक और पर्यावरण प्रेमी हरमोहन नेमा के तीसरे काव्य संग्रह ‘प्रकृति और मैं’ के ऑनलाइन लोकार्पण अवसर पर सुप्रसिद्ध वरिष्ठ पर्यावरणविद् डॉ.ओ.पी.जोशी ने कही। क्षरण होते पर्यावरण … Read more