आस्था और अंधविश्वास में जमीन-आसमान का अन्तर

रोहित मिश्रप्रयागराज(उत्तरप्रदेश)*********************************** हमारा भारतवर्ष एक धार्मिक देश के रुप में विख्यात है। हमारे देश के हर धर्म में आस्थावानों की कमी नहीं है। जिन लोगों का भारतीय संस्कृति से लगाव नहीं है,या फिर ये कहा जाए कि जिन पर पश्चिमी सभ्यता का अधिक प्रभाव है,उनका मानना है कि भारतीय अंधविश्वासी हैं।आस्था को अंधविश्वास और अंधविश्वास … Read more

हाय मेरा इश्क़!

क्रिश बिस्वालनवी मुंबई(महाराष्ट्र)******************************** “वो तेरी तरह मुझे छोड़ कर कभी नहीं जाती!”“इसलिए हमेशा के लिए तुम्हें छोड़कर चली गई!”“उसकी कोई मज़बूरी रही होगी…।”“अक्लमंद निकली,किसी अमीर आदमी की बीवी बन कर ऐश कर रही होगी!”एक तीर-सी चुभती बात निकली और…तड़ाक!जब भी उसे छोड़कर जाती,सिद्धार्थ ताने देता और फिर यही होता। जैसे ही सिद्धार्थ का पीना शुरू … Read more

‘मौत आई,बाँह थामी और उठा कर ले गई…’

महामारी ने प्रसिद्ध साहित्यकार डॉ.कुंवर बेचैन को छीना नई दिल्ली। मशहूर कवि कुंवर बेचैन का गुरुवार को निधन हो गया है। वह ‘कोरोना’ संक्रमित हो गए थे।संक्रमित पाए जाने के बाद से ही दिल्ली के सूर्या अस्पताल में भर्ती पर सुधार नहीं होने पर डॉ. कुंवर बेचैन को कॉसमॉस अस्पताल में भर्ती किया गया था। … Read more

राह बताती,पाठ पढ़ाती

निर्मल कुमार जैन ‘नीर’ उदयपुर (राजस्थान)****************************************** विश्व पुस्तक दिवस स्पर्धा विशेष…… एक किताब-मानो मिल गया हो,मुझे ख़िताब। मन बैचेन-पुस्तक पढ़ने से,मिलता चैन। सच बोलती-पुस्तक छुपे हुए,राज खोलती। कैसा भविष्य-पुस्तकों में पढ़ लो,सारा रहस्य। नहीं रूबाब-मेरी जिंदगी यारों,खुली क़िताब। राह बताती-पुस्तकें जीवन का,पाठ पढ़ाती। खूब सुहाती-अंधेरी जिंदगी में,रौशनी लाती। परिचय-निर्मल कुमार जैन का साहित्यिक उपनाम ‘नीर’ है। … Read more

प्राणवायु से ईमान तक…क्या नहीं बिक रहा!

अजय बोकिलभोपाल(मध्यप्रदेश)  ****************************************** कुछ लोग भले इसे नकारात्मक सोच मानें, लेकिन कोरोना-२ ने एक बार फिर इंसान के दो चेहरों को बेनकाब कर दिया है। एक तरफ वो लोग हैं,जो दिन-रात एक कर कोविड के जानलेवा हमले से मरीजों को अपनी जान जोखिम में डालकर बचाने में जुटे हैं,तो दूसरी तरफ वो हैवान हैं,जो इस … Read more

बस,कर्मों का लेखा-जोखा साथ जाएगा

राधा गोयलनई दिल्ली****************************************** आज विश्व में एक महामारी आई है,सारी दुनिया उसे देखकर घबराई है।नहीं सिलेंडर ऑक्सीजन का,और हुए गायब इंजेक्शन,जबकि सब देशों ने उसके लिए,की थी त्वरित एक्शन। ऐसे में भी कुछ लोगों ने इसमें भी धंधे का सोचा,स्टाॅक जमा कर लिया और फिर मुँहमाँगे दामों पर बेचा।उनकी इस हरकत के कारण कैसा हाहाकार … Read more

करनी का फल

संजय जैन मुम्बई(महाराष्ट्र) **************************************** जिंदगी का अबकोई भरोसा नहीं हैअभी तो जिंदा हैं पर,अगले पल का पता नहींआज मैंने मौत को,नजदीक से निकलते देखाऔर अपने परिजन को,बात करते-करते जाते देखा। मानव जन्म मिलने का,जो विचार मन में आयाउन्हें लफ़्जों में हम,बयां कर सकते नहींबस यही सोचा कि,न कोई से बैर रखे औरन किसी से अपनापन,क्योंकि दोनों … Read more

श्रम का मूल्य समझने का दिन

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश) ***************************************** विश्व श्रमिक दिवस विशेष…… ‘श्रमसीकर नित पूज्य हों,पायें नित सम्मान।श्रम से ही धनधान्य है,श्रम से ही उत्थान॥’श्रमिकों द्वारा की गई कड़ी मेहनत का सम्मान करने के साथ-साथ श्रमिकों के अधिकारों के लिए लड़ने वालों को सम्मान देने के लिए श्रम दिवस को मनाया जाता है। इस दिन को भारत सहित … Read more

तलाक

मंजू भारद्वाजहैदराबाद(तेलंगाना)******************************************* रात के ३ बज रहे थे,पर नींद आँखों से कोसों दूर थी। सारी रात बिस्तर पर करवटें बदलता रहा। दस सालों से मैं वकालत के पेशे में हूँ,हर तरह के लोगों के बीच मेरा उठना-बैठना है। बहुत मामले (केस) सुलझाए थे मैंने। वकालत के गलियारे का शहंशाह माना जाता हूँ,लोग मुझे चेतक कहते … Read more

मजदूर हूँ मैं

आशा आजाद`कृति`कोरबा (छत्तीसगढ़) ******************************************* श्रमिक दिवस विशेष…. मेहनतकश मजदूर हूँ मैं,सकल देश की शान।हाथों में हिम्मत है मेरे,यह मेरा अभिमान॥ देख भवन जो आज खड़ा है, मेरा है उपकार,खून पसीना खूब बहाया,किया देश उद्धार।देश करे है उन्नति मुझसे,श्रम करूँ मैं दान,मेहनतकश मजदूर हूँ मैं,सकल देश की शान…॥ अस्पताल की नींव रखी है,खूब बनाया स्कूल,श्रम करूँ … Read more