संकल्प हमारे

संजय गुप्ता  ‘देवेश’ उदयपुर(राजस्थान) *************************************************** पूरे हो जाएं सारे सपने,यही तो हैं संकल्प हमारे,संकल्प ही समाधान बने,नहीं हों विकल्प हमारेl हर परिस्थिति में खुद में,विश्वास बनाए रखना है,तन चाहे हार भी…

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बसो मेरे दिल में

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ******************************************** मतवाली नशीली,चलो धीरे-धीरे।चपल नयनों वाली,चलो धीरे-धीरे। लचकती कमरिया,पयोधर रूमानी,कमल-सी अधर ये,हँसो धीरे-धीरे। दिलकश ये जवानी,गर्वीली सुहानी,बरसाओ वफ़ा तू,सनम धीरे-धीरे। गुलाबी ये गालें,मधु बोली रसीली,नखरे…

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टूट गए दिल के अरमां…

श्रीमती देवंती देवीधनबाद (झारखंड)******************************************* तुम बहुत ही दिल वाले हो,तुम्हें चाहने वाले बहुत हैंतुझे पाने के लिए बेसब्री से,दिखावे का इंतजार करते हैं। दिल वाले ओ हसरतों वाले,माना तुझे कैद…

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बेवफा

आरती रावत, श्रीनगर गढ़वाल (उत्तराखंड)********************************* काव्य संग्रह हम और तुम से याद में तेरी मैं सदियों से अभी सोयी नहीं,कोई पल ना ऐसा गुजरा जब के मैं खोयी नहीं। आ…

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बेकाम रुपए-पैसे

डॉ.अनुराधा शर्माइंदौर(मध्यप्रदेश)****************************************** काव्य संग्रह हम और तुम से... ज़ेहन के खाली घर में,तुम आ बसी हो ऐसे,खुशबू-ए-रातरानी,मदहोश महकती हो जैसे। परछाई पुतलियों में,नज़रों की नज़र-बंदी,पलकों को खोल पल को,जाओगी बोलो…

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इश्क मोहब्बत

डॉ. आशा गुप्ता ‘श्रेया’जमशेदपुर (झारखण्ड)******************************************* काव्य संग्रह हम और तुम से इश्क मोहब्बत दिल की दौलत जी देखिए,उल्फ़त की जमीं पे रहती है देखिए। निगाहों की बातें वो होंठों की…

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प्रेम है क्या ?

अनिता मंदिलवार  ‘सपना’ अंबिकापुर(छत्तीसगढ़) ************************************************** काव्य संग्रह हम और तुम से... प्रेम है क्या ?प्रेम मन मेंउठती तरंगों का नाम है,या किसी के लिएमधुर जज़्बातों का नाम,किसी के साथजीने-मरने का,कसम…

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इंद्रधनुषी प्यार

अर्चना नायडूभोपाल (मध्यप्रदेश)******************************* काव्य संग्रह हम और तुम से वक़्त से खुद को चुराकर,आज अरसे बाद मैंनेरंगों से कर लिया श्रृंगार…,और पहन लीनीले अम्बर की चोली!मदहोश हवाओं नेबैंगनी ख्वाबों कोबनाकर…

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दिल भुलाने लगा है

निक्की शर्मा `रश्मि`मुम्बई (महाराष्ट्र)********************************************* मेरी आँखों में ख्वाब तेरा देखो चहकने लगा है,कैसे कह दूँ मैं शबाब अब तेरा महकने लगा हैl दिल में मैं हूँ तेरे भी,बातों से पता…

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मुक्ति

नमिता घोषबिलासपुर (छत्तीसगढ़)**************************************** यहीं कहीं इसी विद्यालय के आँगन में,बच्चों के भविष्य के स्वप्नों मेंजीवन के प्रांगण में छिपी हुई है मेरी मुक्ति,युक्ति कर ढूँढूंगीl यहीं कहीं बच्चों के निरन्तर…

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