न जाने क्या बदला ?

डॉ. प्रताप मोहन ‘भारतीय’सोलन (हिमाचल प्रदेश)***************************************************** वो बदल गए,समझ नहीं आयान जाने,क्या बदला है ? वक़्त के साथ,हर चीज बदलती हैपर तुम न बदल जाना,वक़्त के साथ। कली बदलकर,फूल बनती है।बच्चा युवा,बन जाता है। बदलना प्रगति,की निशानी हैज़िंदगी के आगे,बढ़ने की कहानी है। मौसम भी बदलता है,ख्याल भी बदलते हैंचुनाव जीतने के बाद,नेता भी बदलता … Read more

भारतीय संस्कृति और एकात्मता की आधारशिला है नागरी लिपि

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बठिंडा (पंजाब)। नागरी लिपि भारतीय संस्कृति, ज्ञान और एकात्मता की आधारशिला है तथा विभित्र भारतीय भाषाओं को जोड़ने की अद्वितीय क्षमता रखती है। यह सम्मेलन नागरी लिपि के संरक्षण, तकनीकी संभावनाओं और वैश्विक प्रसार पर नए दृष्टिकोण और विचारों को आकार देगा।मुख्य अतिथि कर्नल जगदेव करतार सिह (से.नि.) ने यह बात कही। अवसर रहा पंजाब … Read more

खिली चाँदनी रात

डॉ.एन.के. सेठी ‘नवल’बांदीकुई (राजस्थान) ********************************************* खिली चाँदनी रात,चंद्रमा नभ में चमके।तिथी पूर्णिमा आज,धरा भी दम दम दमके॥चारों ओर उजास,तमस को दूर भगाए।धवल रश्मियाँ खूब,सुधा जग में बरसाए॥ देख पूर्णिमा चंद्र,शान्त मन हर्षित होता।अष्ट कला परिपूर्ण,कलानिधि तम को खोता॥शोभित शिव के भाल,मान ये पाता जग में।होकर के परिपूर्ण,प्रकाशित होता नभ में॥ परिचय-पेशे से अर्द्ध सरकारी महाविद्यालय … Read more

नया जमाना, नया दौर

हरिहर सिंह चौहानइन्दौर (मध्यप्रदेश )************************************ जो बीत गया सो बीत गया,छोड़ना होगा उस दौर कोहमें अपने-आप पर भरोसा है तो,यह नया जमाना है, नया दौर है। इसमें कहीं कोई भेदभाव नहीं है,वह मैत्री का भाव बना हुआ हैबढ़ रहा है हमारा अपना राष्ट्र,यह नया जमाना है, नया दौर है। चारों और हमने दिखा दी अपने … Read more

पुतिन की भारत यात्रा से विश्व राजनीति की नई आहट

ललित गर्ग दिल्ली*********************************** रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की भारत यात्रा एक साधारण कूटनीतिक कार्यक्रम नहीं, बल्कि इतिहास के ७ दशकों में गढ़ी गई मित्रता का नवीन उद्घोष है। कहा जाता है कि अंतरराष्ट्रीय राजनीति में स्थायी मित्र और शत्रु नहीं, स्थायी हित होते हैं, किंतु भारत-रूस संबंध इस कथन की परिधि से आगे जाकर … Read more

चलो पाठशाला, आया फिर सोमवार

कुमारी ऋतंभरामुजफ्फरपुर (बिहार)************************************************ बीत गया है रविवार,आया फिर से सोमवारहफ्तेभर की भागम-भागी,शहर हो या फिर हो गाँव की गलियाँमन में सपने लिए आँखों में मासूम चमक,आते हैं हम सब जब अपनी पाठशाला। पाठशाला जाने का उत्साह,शिक्षक-शिक्षिका साथ मिलतेबातें करते, साथ बैठ चाय की चुस्की हैं लेते,सब शिक्षक साथी आपस ही बैठ कर अपने-अपने बातें करते,बच्चे … Read more

वार्षिक सम्मान समारोह और पुस्तक लोकार्पण ७ को

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दिल्ली। विधि भारती परिषद् द्वारा ७ दिसंबर को हिंदी भवन (विष्णु दिगंबर मार्ग, राऊज एवेन्यु, दिल्ली) में वार्षिक सम्मान और पुस्तक लोकार्पण समारोह रखा गया है। मुख्य अतिथि न्यायमूर्ति संगीता ढींगरा सहगल हैं।महासचिव संतोष खन्ना ने बताया कि सरस्वती वंदना के दौरान स्वागत भाषण डॉ. के. एस. भाटी देंगे, जबकि न्यायमूर्ति मंजू गोयल अध्यक्षता करेंगी। … Read more

ईर्ष्यालु मित्र

धर्मेंद्र शर्मा उपाध्यायसिरमौर (हिमाचल प्रदेश)******************************************** विक्रम एक सदाचारी, नैतिक, संस्कारी व नौजवान लड़का है। अपने आत्मसम्मान के लिए सदा लड़ता रहता है, परंतु किसी भी व्यक्ति को अपने व्यवहार से आहत नहीं करता है। आज फिर विक्रम को अपने कार्य क्षेत्र कार्यालय में बड़ी उपलब्धि हासिल हुई थी। वह काफी उत्साहित है। धीरे-धीरे प्रसिद्धि और … Read more

जब साथ मिले अपनों का

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* जब साथ मिले अपनों का, पथ काँटों का भी फूल बने,हाथों में जब हाथ हो अपने, सपनों के दीप हजार तले। सुर गूँजे मन के भीतर, आँसू भी फिर मुस्कान बनें,हौसलों की नाव चले जब, तूफ़ान भी आसान बनें। जब साथ मिले अपनों का, धड़कन में सौ संगीत उतरें,साया … Read more

ख़्वाब करे रोशन

डॉ. आशा गुप्ता ‘श्रेया’जमशेदपुर (झारखण्ड)******************************************* ख़्वाब आतेबहार बनकर प्यारे,ख़्वाब करे रोशनकभी पास,कभी दूर राह सारेमानोंतब्बसुम की खिदमत,करें नभ के सितारे। कभी ख़्वाब,पलकों पे नमी हमारेनींद की दुनिया,लाए ख़्वाबसौगात प्यारे। ख़्वाब दिखाते हैंनये इरादे,जो बन जाएखुली आँखों मेंज़िंदगी की राह हमारे। मस्तिष्क के तंतुओं मेंझंकार सी हैं,मन का पंछीउड़ता है पंख पसारे। ख़्वाब कभी सचकभी झूठ … Read more