गोष्ठी में रचनाओं से जताई पर्यावरण पर गंभीर चिंता

गया जी (बिहार)। साहित्यिक संस्था 'शब्दवीणा' की झारखंड प्रदेश समिति के अंतर्गत गठित देवघर जिला समिति की ओर से देवघर के प्रसिद्ध 'अटल लैंग्वेज लैब' में काव्य गोष्ठी आयोजित की…

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बॉस इस आलवेज राइट!

डॉ.शैलेश शुक्लाबेल्लारी (कर्नाटक)**************************************** आजकल ऑफिस में काम करने के लिए केवल डिग्री, कम्प्यूटर और फॉर्मल कपड़े काफी नहीं हैं। जो सबसे ज़रूरी चीज है, वह है-बॉस की चापलूसी। और यह…

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ईरान-इजरायल युद्ध:भारत के हितों पर चोट

ललित गर्ग दिल्ली*********************************** इजरायल ने ईरान के ‘परमाणु कार्यक्रम ठिकानों’ पर अचानक हमला करके न सिर्फ दुनिया को चौंका दिया है, बल्कि पश्चिमी एशिया के पूरे क्षेत्र को अनिश्चितता, भय,…

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सामाजिक सरोकारों की प्रखरता बनी रही है आज तक की पत्रकारिता में

वार्ता... दिल्ली। हिंदी पत्रकारिता का उद्भव ही साहित्यिक चेतना के साथ हुआ था और ‘उदन्त मार्तण्ड’ से लेकर आज तक की पत्रकारिता में भाषा की आत्मा, संवेदना की तीव्रता और…

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अंधेरे से उजाले तक

गोपाल मोहन मिश्रदरभंगा (बिहार)***************************************** कभी मन के अंधेरे से,उजाले तक सफर किया है ?क्या कभी आपने अपने,विचारों को जीया है ?जरा उतरिए मन की,गहराइयों के धुंधलकों मेंदेखिए ईश्वर ने क्या,किस्मत…

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बेटी हो, तो ‘चील’ मत बनो

अजय जैन ‘विकल्प’इंदौर (मध्यप्रदेश)****************************************** बेटी हो तुम… तुम दीप बनी रहो,अंधेरों में भी उजास बनी रहोतुम खूब उड़ो, बढ़ो, मगर संयम के साथ-चरित्र की डोर थामे, हर बात में विश्वास…

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बरसात ही तो है…

संजय एम. वासनिकमुम्बई (महाराष्ट्र)************************************* बरसात ही तो है जो भिगो देती है,तन मन और धन भीगर्मी की तपिश से झुलसे हुए तन,एक हल्की बौछार की चाह मेंतड़पते रहते हैं इंतज़ार…

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भारत की स्वतंत्रता के संघर्ष के पक्ष में विदेशों में सामग्री प्रकाशित

वार्ता... दिल्ली। विदेश में १८८३ से हिंदी पत्र-पत्रिकाओं का प्रकाशन हो रहा है और विभिन्न देशों में प्रकाशित होने वाले पत्र-पत्रिकाओं में भारत की स्वतंत्रता के संघर्ष के पक्ष में…

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‘विशारद’ के उद्यम से हुई थी साहित्य सम्मेलन की स्थापना

पटना (बिहार)। मनीषी विद्वान, उदारमना व्यवसायी और हिन्दी के अनन्य भक्त रामधारी प्रसाद 'विशारद' के सदप्रयास और सक्रियता से ही वर्ष १९१९ में बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन की स्थापना हुई…

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केरल वासी फराह नसीम को ‘हिंदी रत्न’ सम्मान

जबलपुर (मप्र)। फराह नसीम (केरल) को हिंदी रत्न सम्मान दिया गया है। कवि संगम त्रिपाठी (संस्थापक प्रेरणा हिंदी प्रचारिणी सभा) व गणेश श्रीवास्तव प्यासा (जबलपुरी संस्थापक सशक्त हस्ताक्षर) ने इनके…

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