माँ तो माँ है
संजय जैन मुम्बई(महाराष्ट्र) ************************************************ ‘अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस’ स्पर्धा विशेष………………… हमें इस संसार में लाने वाली एक महिला ही है,जिसके द्वारा हमारा जन्म इस पृथ्वी पर हुआ और उसे हम सब…
संजय जैन मुम्बई(महाराष्ट्र) ************************************************ ‘अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस’ स्पर्धा विशेष………………… हमें इस संसार में लाने वाली एक महिला ही है,जिसके द्वारा हमारा जन्म इस पृथ्वी पर हुआ और उसे हम सब…
सिरोही। राजस्थान पेन्शनर्स समाज,रेवदर,सिरोही (राजस्थान) का स्नेह मिलन एवं सम्मान समारोह तहसील परिसर रेवदर में हुआ। समारोह में साहित्यकार डॉ. छगन लाल गर्ग 'विज्ञ' (जीरावल,सिरोही,राजस्थान) को साहित्य संगम संस्थान( नई…
राकेश सैन जालंधर(पंजाब) ***************************************************************** अर्थात् हम सौ और पांच नहीं,एक सौ पांच हैं। अपने मुखिया की कन्या से दुर्व्यवहार के बाद गंधर्वों द्वारा दुर्योधन को बंदी बनाए जाने का समाचार…
सुबोध कुमार शर्मा शेरकोट(उत्तराखण्ड) ********************************************************* ‘अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस’ स्पर्धा विशेष………………… नारी से हारी नारी है, यह कैसी लाचारी है। दहेज परहेज की बात सदा, करती केवल नारी है। अत्याचारों की…
विजयसिंह चौहान इन्दौर(मध्यप्रदेश) ****************************************************** ‘अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस’ स्पर्धा विशेष………………… सरला,महज २० साल की है..पारिवारिक जिम्मेदारियों ने कागज-कलम के स्थान पर झाड़ू पकड़ा दी। चार-पाँच जगह काम करके गुजर-बसर होता है…
मनोरमा जोशी ‘मनु’ इंदौर(मध्यप्रदेश) **************************************************** मेरे पिया गये परदेश, सखी री मेरा मन तरसे बसंती रंग बरसे, जिया में कैसे रंग हरखे। सरसों बढ़ती अरहर बढ़ती, गढ़ती नहीं कहानी राह…
कार्तिकेय त्रिपाठी ‘राम’ इन्दौर मध्यप्रदेश) ********************************************* ‘अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस’ स्पर्धा विशेष………………… नारी जीवन का संबल है, और संबल ही नारी है। नारी नहीं है शब्द का मुखडा़, सब परिभाषा नारी…
डॉ.नीलिमा मिश्रा ‘नीलम’ इलाहाबाद (उत्तर प्रदेश) ************************************************************** 'अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस' स्पर्धा विशेष..................... शकुंतला ने कब दुष्यंत को छोड़ा था, सीता ने कब राम को पथ में छोड़ा था। यशोधरा की…
सुनीता बिश्नोलिया चित्रकूट(राजस्थान) ****************************************************** इठलाती-मुस्काती गाती,बिन सरगम के गीत, चली बसंती हवा ढूंढने,अपने मन का मीत। तरु की हर डाली छूकर,बागों में चले मचलती, सांय-सांय के सुर में गा,बासंती रंग…
सुषमा मलिक रोहतक (हरियाणा) ************************************************************************************* लंबे अरसे के बाद आज की रात हम सुकून से सोए हैं, भूलकर सारी दुनिया को फिर से हम खुद में खोए हैं। चैन भी…