‘हमरंग’ की गोष्ठी २८ जनवरी को
मुम्बई (महाराष्ट्र)। संस्था 'हमरंग' की महफ़िल शनिवार २८ जनवरी को शाम ५ बजे से गोष्ठी के रूप में सज रही है। एक शाम दोस्तों और साहित्य के नाम से आयोजित…
मुम्बई (महाराष्ट्र)। संस्था 'हमरंग' की महफ़िल शनिवार २८ जनवरी को शाम ५ बजे से गोष्ठी के रूप में सज रही है। एक शाम दोस्तों और साहित्य के नाम से आयोजित…
डॉ.अशोकपटना(बिहार)********************************** बसंत पंचमी विशेष... जीवन की पटरी पर,सहज सन्तुलनआज की दरकार है,बासंती बयार में बात ख़ासअंदाज की करने की,आज दरकार है। पीले वस्त्र धारण करने का,सुकून सुन्दर सन्देश काइतिहास बताता…
डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक)********************************************* वसंत पंचमी विशेष... मधुरागम मधु माधवी, प्रिया बसन्ती नाज।नव पादप किसलय मृदुल, लता लवंगी साज॥ नवयौवन कलसी लसित, पीत वसन परिधान।मधुबाला रस रागिनी, मधुप प्रीतमधुगान॥…
तारा प्रजापत ‘प्रीत’रातानाड़ा(राजस्थान) ***************************************** वसंत पंचमी विशेष... माँ शारदे! दे वरदानसदा करे सबका सम्मान,ज्ञान की देवीआयी सखी री,वासन्ती ऋतु आयी।सखी री… धुले-धुले फूलों के मुखड़ेदूर हुए सब मन के दुखड़े,खुशियाँ भर-भरलायी…
स्वराक्षी ‘स्वरा’खगड़िया (बिहार)************************* गणतंत्र दिवस : देश और युवा सोच... देखो यह है हिंदुस्तान,खतरे में है यंगिस्तान।क्षणिक-क्षणिक सी पीड़ाओं पर,दे देते हैं ये तो जान॥देखो यह है हिंदुस्तान… आज युवाओं…
ललित गर्गदिल्ली************************************** वैश्विक संस्था ऑक्सफैम ने अपनी आर्थिक असमानता रिपोर्ट में समृद्धि के नाम पर पनप रहे नए नजरिए, विसंगतिपूर्ण आर्थिक संरचना एवं अमीरी-गरीबी के बीच बढ़ते फासले की तथ्यपरक…
डॉ. आशा गुप्ता ‘श्रेया’जमशेदपुर (झारखण्ड)******************************************* वसंत पंचमी विशेष... हे माँ सरस्वती वीणावादिनी,हे देवी धवल हे हंस वाहिनीहे सुकांति हे शांत मनोहरा,आप हैं श्वेत कमलआसिनी। ना स्वर था, ना थी राग-रागिनी,शांत…
रत्ना बापुलीलखनऊ (उत्तरप्रदेश)***************************************** गणतंत्र दिवस : देश और युवा सोच... शर्मा छोड़ो, वर्मा छोड़ो, छोड़ो कहना अडवानी,एक जाति है, एक धर्म है, वह है हिन्दुस्तानी।कोई मजहब कोई धर्म से न…
सच्चिदानंद किरणभागलपुर (बिहार)**************************************** गणतंत्र दिवस : देश और युवा सोच... मेरी जान तिरंगा लहर लहराये,अमर-शहीदों की बलि-वेदी पर…इसके तीन रंग केसरिया,सफेद,हराजो हैं वीरता,सच्चाई,हरियाली,बीच के चक्र चौबीसों घंटेसभी को लेकर हैं…
राधा गोयलनई दिल्ली****************************************** आजकल इसका कुछ ज्यादा ही फैशन चल पड़ा है। आजकल के बच्चे पश्चिमी सभ्यता से बहुत अधिक प्रभावित हैं। वे केवल अपने भविष्य के विषय में सोचते…