कैसे सहूॅं माँ गम
डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ********************************************************************** कैसे सहूॅं माँ गम परलोक गमन बिन छांव तले,आज हुआ अकेला खो माँ ममतांचल कर्मपथीमाँ हृदय सदैव त्रिमूर्ति का अनुभव लघु जीवन,माँ हीरा बेन…