सर्दी आई
दिनेश चन्द्र प्रसाद ‘दीनेश’कलकत्ता (पश्चिम बंगाल)******************************************* लजाती, शर्माती, इठलाती,सर्दी आई है कंपकंपातीनिकाल लो स्वेटर-रजाई,नहीं तो मुश्किल हो भाई। संग इसके हवा भी है आई,दोनों मिल के ठंडक बढ़ाईआया संग कोहरा…