शंभु सदाशिव ही पालनहार

बोधन राम निषाद ‘राज’ कबीरधाम (छत्तीसगढ़)************************************************ श्री शिवाय नमस्तुभ्यम... सच्चे मन से जो जपे, भरते धन भंडार।मेरे भोले की कृपा, जिसको मिले अपार॥ शंभु सदाशिव आप ही, मेरे पालनहार।भटकूँ जब भव…

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कोमल चरण

श्रीमती देवंती देवीधनबाद (झारखंड)******************************************* पुत्र को देख, बावरी हुई कौशल्या माता,सीने से लगा के रो पड़ीं कौशल्या माता। आज मुझको जी भर के, देखने दो राम,आँखों में खुशी के आँसू,…

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खट्टे-मीठे अनुभव

रीता अरोड़ा ‘जय हिन्द हाथरसी’दिल्ली(भारत)****************************************************** 'हम सब साथ-साथ हैं' का दसवां अंतरराष्ट्रीय प्रतिभा प्रदर्शन सम्मान समारोह इस बार हिंदुस्तानी भाषा अकादमी के संयुक्त तत्वावधान में भूटान में होना सुनिश्चित (१६…

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आई है सर्दी

डॉ.एन.के. सेठीबांदीकुई (राजस्थान) ********************************************* सर्दी जोरों की पड़े, शीतल चले बयार।ओस धरा को नम करे, पचे सभी आहार॥पचे सभी आहार, समय ये सबको भाता।काँपे थर-थर गात, रक्त तन में जम…

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सफर गुजरता रहा

डॉ.राम कुमार झा ‘निकुंज’बेंगलुरु (कर्नाटक) ************************************************* सफर जिंदगी का गुजरता रहा,आशियाने चाहतें सजता रहाभागम-भागी राहें अनजानी,अविरत संघर्ष पथ बढ़ता रहा। कभी वक्त न मिले खुद पहचानें,चाहतों से दूर स्वयं को…

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साथ नहीं छूटे

हरिहर सिंह चौहानइन्दौर (मध्यप्रदेश )************************************ सात फेरों के इस बंधन में, कभी हमारा साथ नहीं छूटेदिलों में नफरत नहीं हो,विश्वास इतना हो किजीवन में कभी भी साथ नहीं छूटे। जन्मों…

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जाते वक्त की बेला…

डॉ. श्राबनी चक्रवर्तीबिलासपुर (छतीसगढ़)************************************************* जाते-जाते ये साल,हमारी झोली भर गयाधूप-छाँव की चादर से,आँख-मिचौनी कर गया। खुशियों की बारिश,अपनों का प्याररिश्तों की गर्माहट,दोस्तों की सौगात। हँसी-खुशी के मेले से,सबके हिस्से में…

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‘सेवक साहित्य श्री सम्मान’ से डॉ.अनुज प्रभात सम्मानित

वाराणसी (उप्र)। काशी विश्वनाथ नगरी में २५ दिसम्बर को साहित्य संघ (वाराणसी) के ३२ वें अधिवेशन में सुप्रसिद्ध साहित्यकार डॉ.अनुज प्रभात को 'सेवक साहित्य श्री' सम्मान दिया गया। अंग-वस्र और…

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‘एक शाम कविताओं के नाम’ से खूब लुभाया

कोलकाता (पश्चिम बंगाल)। भारतीय भाषा परिषद् एवं वाराही के संयुक्त तत्वावधान में एक विराट कवि सम्मेलन का आयोजन भारतीय भाषा परिषद् के सभागार में किया गया। इसमें कोलकाता के दिग्गज…

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आज अमानुष बना मनुष

राधा गोयलनई दिल्ली****************************************** कहाँ छुपे हो बनवारी, कुछ अता-पता बतलाओ नाआज अमानुष बना मनुष, आकर उसको समझाओ ना।बेमतलब की मार-काट में उलझा है इन्सान,सही-गलत का ज्ञान नहीं क्यों समझा ये…

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