प्यार ज़मीं पर
सुश्री अंजुमन मंसूरी ‘आरज़ू’छिंदवाड़ा (मध्य प्रदेश)****************************************** बे-लौस¹ महब्बत भरा किरदार ज़मीं पर।दिल चाहता है आसमाँ-सा प्यार ज़मीं पर। गर इश्क़ में तासीर हो मंज़र है ये मुमकिन,हो अर्श के महबूब का दीदार ज़मीं पर। उल्फ़त का जहाँ भर में नहीं मुल्क है कोई,हिंदोस्ताँ से बढ़ के परस्तार² ज़मीं पर। है प्यार ज़ियादा ये गुमाँ तोड़ने … Read more