राखी का त्यौहार

डॉ. गायत्री शर्मा’प्रीत’इन्दौर (मध्यप्रदेश )******************************************* स्नेह के धागे…. बरसी खुशियाँ सावन आया, राखी का त्यौहार है।सारे जग में सबसे सच्चा, बहना का ही प्यार है॥ भैया को वह राखी बाँधे, करती है वह आरती,राखी के इस शुभ बंधन में, सारे सपने वारती।भाई ने उपहार दिए हैं, सभी उसे स्वीकार है,बरसी खुशियाँ सावन आया, राखी का … Read more

हम चंदा पर

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* चंद्रयान पहुँचा चंदा पर, तीन रंग फहराये।शान बढ़ी, सम्मान बढ़ गया, हम सारे हर्षाये॥ ज़ीरो को खोजा था हमने, आर्यभट्ट पहुँचाया,छोड़ मिसाइल शक्ति बने हम, सबका मन लहराया।सबने मिल जयनाद गुँजाया, जन-गण-मन सब गाये,शान बढ़ी, सम्मान बढ़ गया, हम सारे हर्षाये…॥ मैं महान हूँ, कह सकते हम, हमने यश को पाया,एक … Read more

विश्व मंच जय-जयकारा

डॉ. गायत्री शर्मा’प्रीत’कोरबा(छत्तीसगढ़)******************************************* विजय पताका हम फहरायें, यह प्यारा देश हमारा।चंद्रलोक पर हम जा पहुँचे, विश्व मंच जय-जयकारा॥ अतुलित ज्ञानी वैज्ञानिक हैं, कठिन तपस्या करते हैं,लक्ष्य सदा ही ऊँचे करके, मान देश का रखते हैं।परचम अब लहराया अपना, गुण गाये यह जग सारा,विजय पताका हम फहरायें, यह प्यारा देश हमारा…॥ कठिन प्रयोजन उद्यम से ही, … Read more

किरणों का शासन

विजयलक्ष्मी विभा इलाहाबाद(उत्तरप्रदेश)************************************ आज देख लो वर्षा में, सतरंगी इन्द्र धनुष।वर्ना सब दिन तो तपती किरणों का शासन है॥ माना बड़ा दर्द देते हैं,आने वाले दौरये भी ढूंढ रहे हैं लगता,यहीं कहीं पर ठौर।उठी हुई आँधी को अपने रस्ते जाने दो,सब दिन तो इस उपवन में, सुमनों का शासन है॥आज देख लो वर्षा में… मृगतृष्णा में … Read more

वंदे मातरम्

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* तूफानों में हम साहस से, वंदे मातरम् गाते हैं।आज़ादी के मधुर तराने, हमको बेहद भाते हैं॥ चंद्रगुप्त की धरती है यह, वीर शिवा की आन है,राणाओं की शौर्य धरा यह, पोरस का सम्मान है।वतनपरस्ती तो गहना है, हृदय सजाते हैं,तूफानों में हम साहस से, वंदे मातरम् गाते हैं…॥ शीश कटा, क़ुर्बानी … Read more

झंडा ऊँचा रहे हमारा

डॉ. गायत्री शर्मा’प्रीत’कोरबा(छत्तीसगढ़)******************************************* भारत के हम रहने वाले, यह भारत हमको प्यारा।झंडा ऊँचा रहे हमारा, दुनिया में सबसे न्यारा॥ रहते हैं हर तरफ यहां पर, आजादी के दीवाने,सदा झूमकर गाते रहते, देशभक्ति के वो गाने।मर कर भी झुकना न सीखा, यूँ अपना तन-मन वारा,भारत के हम रहने वाले, यह भारत हमको प्यारा…॥ उच्च हिमालय के … Read more

ध्वज का गुणगान करें

बोधन राम निषाद ‘राज’ कबीरधाम (छत्तीसगढ़)************************************************ आजाद भारत की उड़ान…. स्वतंत्रता की पावन बेला,ध्वज का हम गुणगान करें।आओ मिलकर खुशी मनाएँ,जन-गण का सम्मान करें॥ आजादी की ध्वजा निशानी,कभी न झुकने दे पाएँ।तन-मन से हम करें सुरक्षा,बंजर धरती सिरजाएँ।भारत माँ की लाज बचाने,खुद का खुद बलिदान करें॥आओ मिलकर खुशी मनाएँ,… ‘अमृत महोत्सव’ चलो मनाएँ,नौजवान आगे आओ।अपनी धरती … Read more

तिरंगा क्या कहता होगा ?

डॉ.एन.के. सेठीबांदीकुई (राजस्थान) ********************************************* मरे मिटे थे जिसके खातिर,कितनों ने त्याग किया होगा।राजनीति में स्वार्थ देखकर,तिरंगा क्या कहता होगा॥ कितनी माँ-बहनों ने अपने,लाल कर दिए थे न्यौछावर।कितने जन आहूत हुए थे,स्वतंत्रता की बलिवेदी पर॥आजादी पाने की खातिर,कितनों ने जान गंवाई है।कितने ही झूले फांसी पर,सीनों पर गोली खाई है॥मातृभूमि के बंधन काटे,कितने ही कष्टों को … Read more

हमारा लोकतंत्र

प्रो.डॉ. शरद नारायण खरेमंडला(मध्यप्रदेश)******************************************* हिम्मत, ताक़त, शौर्य विहँसते, तीन रंग हर्षाये हैं।सम्प्रभु हम, जनतंत्र हमारा, जन-जन तो मुस्काये हैं॥ क़ुर्बानी ने नग़मे गाये, आज़ादी का वंदन है,ज़ज़्बातों की बगिया महकी, राष्ट्रधर्म -अभिनंदन है।सत्य, प्रेम और सद्भावों के, बादल तो नित छाये हैं,सम्प्रभु हम, जनतंत्र हमारा, जन-जन तो मुस्काये हैं…॥ ज्ञान और विज्ञान की गाथा, हमने … Read more

सजे आरती द्वार

डॉ. गायत्री शर्मा’प्रीत’कोरबा(छत्तीसगढ़)******************************************* सजे आरती द्वार हमारे, गीत खुशी के गाएं।ऊँचे हिमालय की चोटी पर, हम तिरंगा फहराएं॥ शान हिंद की रहे हमेशा, बहे प्रेम की धारा,वीर शहीदों ने भारत पर, अपना तन- मन वारा।शस्य श्यामला रूप धरा का, सबके मन को भाये,सजे आरती द्वार हमारे, गीत खुशी के गाएं…॥ भारत की यह पुण्य धरा … Read more