भारतीयों के लिए गर्व की बात

डॉ.वेदप्रताप वैदिकगुड़गांव (दिल्ली) ******************************************* ब्रिटेन की नई प्रधानमंत्री लिज ट्रस तीसरी महिला प्रधानमंत्री हैं। उन्होंने कंजर्वेटिव पार्टी के उम्मीदवार ऋषि सुनक को हराकर यह सर्वोच्च पद पाया है। वे पिछली बोरिस जाॅनसन सरकार में विदेश मंत्री रही हैं। ऋषि सुनक हारे जरुर हैंं, लेकिन उन्हें ४३ प्रतिशत मत मिल गए, जबकि ट्रस को ५७ प्रतिशत मिले। … Read more

दिशाभ्रमित होने से रोकना होगा नई पीढ़ी को

सुरेन्द्र सिंह राजपूत ‘हमसफ़र’देवास (मध्यप्रदेश)****************************************** यदि आप नहीं होते, तो…(शिक्षक दिवस विशेष)… सिर्फ आप कल्पना कीजिए कि यदि सूर्य न होता तो क्या होता…? सारा जग अंधकार में डूबा होता, और सब ओर अंधेरा होता, क्या होता… हम दो कदम भी नहीं चल पाते। दोस्तों इसी प्रकार यदि शिक्षक या गुरुजन नहीं होते तो हम … Read more

दायित्व बोध होना चाहिए गुरु को

हेमराज ठाकुरमंडी (हिमाचल प्रदेश)***************************************** यदि आप नहीं होते तो…(शिक्षक दिवस विशेष)… ‘गुरु’ शब्द अपने आप में एक पूर्ण शब्द है जो मानवता के कल्याण एवं उत्थान के लिए एक सर्वोपरि दायित्व है। भारतीय शिक्षा जगत में जहां गुरु पद की महिमा को विभिन्न उपाधियों से अलंकृत किया गया है, वहीं अंतरराष्ट्रीय फलक पर भी गुरु … Read more

हिंदी का सवाल:चरित्र का संकट

डॉ. धर्मवीर भारती******************************************** भाषा और उसके बोलने वाले मनुष्य का संबंध अविच्छिन्न है। सच तो यह है कि, इतिहास के किसी विशिष्ट क्षण में किसी भाषा की प्रतिष्ठा के स्तर पर केवल इसलिए नहीं होती कि वह व्याकरण, लिपि, साहित्य- संपदा, दृष्टि से कितनी संपन्न है, इसलिए भी नहीं होती कि वह संख्या में कितने … Read more

गोर्बाच्येव थे रूसी महानायक

डॉ.वेदप्रताप वैदिकगुड़गांव (दिल्ली) ******************************************* मिखाइल गोर्बाच्येव के निधन पर पश्चिमी दुनिया ने गहन शोक व्यक्त किया है। शोक तो व्लादिमीर पूतिन ने भी प्रकट किया है, लेकिन रूस के इतिहास में जैसे व्लादिमीर इलिच लेनिन का नाम अमर है, वैसे ही गोर्बाच्येव का भी रहेगा। रूस के बाहर की दुनिया शायद लेनिन से ज्यादा गोर्बाच्येव को … Read more

गुलाम नबी:सियासी गुल खिला पाएंगे ?

अजय बोकिलभोपाल(मध्यप्रदेश)  ****************************************** उम्र के आखिरी दौर में अपनी मूल पार्टी कांग्रेस छोड़ने के बाद वरिष्ठ राजनेता गुलाम नबी आजाद ने कांग्रेस के बारे में दिलचस्प टिप्पणी की कि वह ‘डाॅक्टर के बजाय कंपाउंडर से दवा ले रही है।‘ मतलब साफ है कि कंपाउंडर की दवा से कांग्रेस के लाइलाज मर्ज का ठीक होना लगभग … Read more

‘शुक्रिया’ एवं ‘कृतज्ञता’ से संवारें जिन्दगी

ललित गर्गदिल्ली************************************** इंसानी जीवन का एक सत्य है कि आदमी दु:ख भोगना नहीं चाहता, किन्तु काम ऐसे करता है, जिससे दु:ख पैदा हो जाता है। यह आश्चर्य की ही बात है कि आदमी चाहता है सुख और इस प्रयत्न में निकाल लेता है दु:ख। यह बहुत विरोधाभासी बात है, लेकिन यह समझ की भूल भी … Read more

दोनों ही पर्व दर्शाते हैं रिश्तों की मधुरता

गोवर्धन दास बिन्नाणी ‘राजा बाबू’बीकानेर(राजस्थान)*********************************************** ऋषि पञ्चमी (१सितम्बर) विशेष…. वैदिक काल में जिसे हम रक्षासूत्र कहते थे, उसे ही आजकल राखी कहा जाता है। मुझे याद है बचपन में हमारी बुआजी ऋषि पञ्चमी वाले दिन पहले पहले रेशम की ५ या ७ पतली रंगीन डोरियों से बनी रक्षासूत्र थोड़ा फैलाकर हम सभी के हाथ में बाँधती … Read more

पेगासस:कुछ नहीं मिला, खाली-पीली हल्ला

डॉ.वेदप्रताप वैदिकगुड़गांव (दिल्ली) ******************************************* इस्राइल से ५०० करोड़ रु. में खरीदे गए पेगासस नामक जासूसी यंत्र की जांच में कुछ भी नहीं मिला। भारत सरकार पर यह आरोप था कि इस यंत्र के जरिए वह भारत के लगभग ३०० नेताओं, पूंजीपतियों, पत्रकारों और महत्वपूर्ण नागरिकों पर जासूसी करती है। यह खबर जैसे ही ‘न्यूयार्क टाइम्स’ में … Read more

बिहार:नई पहल अधूरी, लेकिन बेहद सराहनीय

डॉ.वेदप्रताप वैदिकगुड़गांव (दिल्ली) ******************************************* बिहार के उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने अपने दल के मंत्रियों के लिए एक नई आचार-संहिता जारी की है, जो अधूरी है लेकिन बेहद सराहनीय है। इसलिए कि हमारे नेता ही देश में भ्रष्टाचार के सबसे बड़े स्त्रोत हैं। यदि उनमें आचरण की थोड़ी-बहुत शुद्धता शुरु होने लगे तो धीरे-धीरे भारतीय राजनीति का … Read more