सावधानी हटी,तो दुर्घटना घटी

एस.के.कपूर ‘श्री हंस’बरेली(उत्तरप्रदेश)********************************* आम हो या खास हो बस करो दूर से बात,सौ बातों से निकली है यही एक सौगात।निकलो मत तुम यूँ जान हथेली पर लेकर-बहुत ही महंगी पड़ेगी ये बेकार की खुराफात॥ सावधानी हटी-दुर्घटना घटी का सिद्धांत मानना है,कोरोना के प्रति अभी भी जगना और जागना है।लॉकडाउन की छूट का लाभ अनुचित लेना … Read more

साहस रखना है यारों

डॉ.विद्यासागर कापड़ी ‘सागर’पिथौरागढ़(उत्तराखण्ड)********************************** निशा के पार तो देखो,उषा का गान भी तो है,पराजय लाख हों लेकिन,विजय का भान भी तो है।अरे हम क्यूँ भरें यारों,नयन के ताल आँसू से-चुभन है शूल की तो क्या,सुमन की खान भी तो है॥ साहस को जो खो जायें,वही तो हार जाते हैं,सपन बुरे नयन में हों,सपन भी मार जाते … Read more

हमारे बुजुर्ग दुआओं की सौगात

एस.के.कपूर ‘श्री हंस’बरेली(उत्तरप्रदेश)********************************* क्षमा दुआ अनुभव और आस,है बुजुर्गों के पास,बहुत ही जिम्मेदारी अहसास,है बुजुर्गों के पास।छोटे-बड़ों का ध्यान और करें, घर की रखवाली भी-संस्कृति,संस्कारों का वास है,बुजुर्गों के पास॥ बहुत दुनिया देखी बड़ों ने,उनसे ज्ञान लीजिये,उन्होंने किया लालन-पालन,उन पर ध्यान दीजिए।उनके मान-सम्मान-आशीर्वाद से,संवरता आपका भी भाग्य-आ जाता कुछ चाल में अंतर,नहीं अपमान कीजिये॥ हर … Read more

विचार बदलो

एस.के.कपूर ‘श्री हंस’बरेली(उत्तरप्रदेश)********************************* चंद साँसों के बाद बस तस्वीर रह जाती है,विधि-विधान की लिखी लकीर रह जाती है।इसलिए हो सके तो बस अच्छे कर्म करिये-बचता न कुछ शेष यादों की जंजीर रह जाती है॥ नज़र बदलो तो नज़ारा ही बदल जाता है,करो उजाला अंधियारा भी बदल जाता है।मन का अहमो-वहम बदले तो बदलती है तक़दीर-बदलें … Read more

प्रेम से भरा घर-परिवार

एस.के.कपूर ‘श्री हंस’बरेली(उत्तरप्रदेश)********************************* घर-परिवार स्पर्धा विशेष…… जहाँ प्रेम का उपहार हो,वो घर-परिवार है,जहाँ सहयोग ही आधार हो,वो घर-परिवार है।जहाँ लोग जीते-मरते हों एक-दूजे के लिए-जहाँ आशीर्वाद आभार हो,वो घर-परिवार है॥ जहाँ माता-पिता से सीखते हों संस्कार बच्चे,जहाँ दादा-दादी से लाते हों प्यार बच्चे।जहाँ सुख-दुःख के साथी हों,सब ही घर वाले-वो ही घर-परिवार जहाँ पाते सबका … Read more

झूठ के मुँह लगता ताला

एस.के.कपूर ‘श्री हंस’बरेली(उत्तरप्रदेश)********************************* झूठ कुछ समय का बस एक छलावा है,फिर हो जाता झूठ का मुँह काला है।सच की हार होगी यह है एक भुलावा बस-विधि विधान कि झूठ के मुँह लगता ताला है॥ श्मशान का हिसाब बड़ा ही नेक है,यहाँ अमीर-गरीब का बिस्तर एक है।जुबान खराब होना अहम की पहली निशानी-इसका उपाय प्रभु समक्ष … Read more

जीत कर आना है

एस.के.कपूर ‘श्री हंस’बरेली(उत्तरप्रदेश)********************************* अंधेरा है रात है जंग है पर हमको लड़नी है,इस महामारी पर जीत हमें हासिल करनी है।हिफाज़त से निकल कर आना दौर से बाहर-जिंदगी सबकी सलामत भी हमको रखनी है॥ आँधी है-तूफान है और समय भी खराब है,यही तो इस कुदरत का इम्तिहान नायाब है।हम जख्म को नासूर नहीं बनने देंगें-सब फिर … Read more

जरूर जीतकर आएंगे

एस.के.कपूर ‘श्री हंस’बरेली(उत्तरप्रदेश)********************************* मत हारो हिम्मत कि एक दिन खुशी फिर लौट कर आएगी,हारेगा ये हठी ‘कोरोना’ भी और किस्मत फिर लहलहाएगी।फिर से वही चमन फूलों के महकेंगे खूबसूरत बनकर-बातें मिलने-जुलने की फिर से हम सबको खूब भाएगी॥ माना कि अभी हालात खराब और गमों का शोर है,यह समय तो बहुत चुनौती का और इम्तिहानों … Read more

मिलन ही जीवन

एस.के.कपूर ‘श्री हंस’बरेली(उत्तरप्रदेश)********************************* जिन्दगी की तस्वीर में हमको ही रंग भरना है,अपनी तकदीर से भी हमको जंग करना है।मुक़द्दर की कलम हाथ हमारे है अपने ही-जीवन में हमें अपने ही ढंग से बढ़ना है॥ बुद्धि विवेक वालों को ही याद किया जाता है,धैर्यवान को ही जीवन में साथ दिया जाता है।धन बल सदा काम आते … Read more

जीने की चाहत

ममता तिवारीजांजगीर-चाम्पा(छत्तीसगढ़)************************************** खुश रहने के लिए बचपन कहां से लाऊँ,दिखने सुंदर वो नैनो दरपन कहां से लाऊँ।मौत से वास्ता रखे बगैर जीने की चाहत-जिंदगी तेरे लिए वो समर्पण कहाँ से लाऊं॥ प्रेम दीप ज्योति पुंज उजाला फैलाती,प्रेम झनकार वाद्य गूंज विश्वास जगाती।द्वेष की अग्नि में जलती धरती हाहाकार-प्रेम जल के छींटे द्वेष दावानल बुझाती। गम … Read more