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बला को टालें हनुमान जी

संजय गुप्ता  ‘देवेश’ 
उदयपुर(राजस्थान)

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हनुमान जयंती विशेष..

आया है ‘कोरोना’ बन के महाकाल,हनुमान जी,
भय आतंक का मचा हुआ है बवाल हनुमान जी।

हर दु:ख के खात्मे की कुंजी हैं आप प्रभु महान,
इस बला को जल्दी से जल्दी टालें हनुमान जी।

प्राणियों को सदा आपने बचाया है हर संकट से,
अब बन जाओ इससे हमारी ढाल हनुमान जी।

राम भक्त आप हैं पूर्ण करते हैं आप सर्व काज,
यह संकट कब टलेगा यही है सवाल हनुमान जी।

सीता मैया के दुलारे हो,राम जी के आप प्यारे हो,
हम सब पर कृपा करो अंजलि के लाल हनुमान जी।

लखन मूर्च्छित पड़े,भरे संजीवनी से पुन: प्राण,
तेरे भक्त भी हो गए कोरोना से निढाल हनुमान जी।

शत्रु पापी सब काँपें आपकी एक ही हुंकार से,
तोड़ दें आप इस कोरोना की नाल हनुमान जी।

हर विपत्ति में आप बने हैं,हम सबके सहाय,
हम पर नज़र करें,हो रहे हम बेहाल हनुमान जी।

शीश झुका,हाथ जोड़ ‘देवेश’ खड़ा तेरे दर पे,
इस जाल से हम सबको निकालो हनुमान जी॥

परिचय–संजय गुप्ता साहित्यिक दुनिया में उपनाम ‘देवेश’ से जाने जाते हैं। जन्म तारीख ३० जनवरी १९६३ और जन्म स्थान-उदयपुर(राजस्थान)है। वर्तमान में उदयपुर में ही स्थाई निवास है। अभियांत्रिकी में स्नातक श्री गुप्ता का कार्यक्षेत्र ताँबा संस्थान रहा (सेवानिवृत्त)है। सामाजिक गतिविधि के अंतर्गत आप समाज के कार्यों में हिस्सा लेने के साथ ही गैर शासकीय संगठन से भी जुड़े हैं। लेखन विधा-कविता,मुक्तक एवं कहानी है। देवेश की रचनाओं का प्रकाशन संस्थान की पत्रिका में हुआ है। आपकी लेखनी का उद्देश्य-जिंदगी के ५५ सालों के अनुभवों को लेखन के माध्यम से हिंदी भाषा में बौद्धिक लोगों हेतु प्रस्तुत करना है। आपके लिए प्रेरणा पुंज-तुलसीदास,कालिदास,प्रेमचंद और गुलजार हैं। समसामयिक विषयों पर कविता से विश्लेषण में आपकी विशेषज्ञता है। ऐसे ही भाषा ज्ञानहिंदी तथा आंगल का है। इनकी रुचि-पठन एवं लेखन में है।

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