कुल पृष्ठ दर्शन : 618

पावन देश हमारा

उमेशचन्द यादव
बलिया (उत्तरप्रदेश) 
***************************************************
पावन देश है हमारा,
पावन देश है हमारा।
तिरंगा लहर-लहर लहराए,
भारत माँ का मन मुस्काए।
पवन पंखा डोलाए,
मेघ पानी पिलाए।
सुंदर नदी का किनारा…
पावन देश है हमारा॥
सुगना सगुन बताता,
पंछी गाते डाली-डाली।
बारह मास रहे नित सावन,
होली और दिवाली।
जुगनू दीया जलाते,
झींगुर झाल बजाते।
चहुंओर होता उजियारा…
पावन देश है हमारा॥
गंगा यमुना सरस्वती की,
पावव पवित्र धारा।
हिमगिरि की चोटी ने हर-हर,
महादेव ललकारा।
चंदा सुधा टपकाए,
देवता सुमन बरसाए।
लगता जय-जयकारा…
पावन देश है हमारा॥
सहा ना गया वसुंधरा तब,
पाप का बोझ तेरा।
पैदा होते जेल में खुल गई,
माता-पिता की बेड़ी।
वासुदेव सूप उठाए,
ललना गोकुल पहुँचाए।
घट गई यमुना की धारा…
पावन देश है हमारा॥
इस धरती पर ऋषि-महर्षि,
बड़े-बड़े भए दानी।
सत के कारण लाल को अपने,
चीरे राजा-रानी।
दोनों आरा चलाते,
सुत के टुकड़े बनाते।
बह गई रक्त की धारा…
पावन देश है हमारा॥
वतन पुजारी खुदी राम हुए,
सुभाष भारतवासी।
राजगुरु सुखदेव भगतसिंह,
झूले प्रेम से फाँसी।
शेखर गोलियाँ चलाए,
माँ की बेड़ियाँ छुड़ाए।
जिनको जाने जग सारा…
पावन देश है हमारा॥
धन्य धरा की लाज बचाई,
रजपूती छत्रानी।
लेकर तेगा कूदी समर में,
झांसी वाली रानी।
इंद्रा देश को बचाई,
वीर सपूतों को जगाई।
बनकर के अंगारा…
पावन देश है हमारा॥
सूरदास गोस्वामी तुलसी,
कबीर की बलिहारी।
‘यादव उमेश’ तन-मन से सींचे,
हिंदी की फुलवारी।
आओ बंधु हम सब मिलकर,
इंसानियत का परिचय देकर
खिलाएँ स्नेह फूल प्यारा।
पावन देश है हमारा॥
परिचयउमेशचन्द यादव की जन्मतिथि २ अगस्त १९८५ और जन्म स्थान चकरा कोल्हुवाँ(वीरपुरा)जिला बलिया है। उत्तर प्रदेश राज्य के निवासी श्री यादव की शैक्षिक योग्यता एम.ए. एवं बी.एड. है। आपका कार्यक्षेत्र-शिक्षण है। आप कविता,लेख एवं कहानी लेखन करते हैं। लेखन का उद्देश्य-सामाजिक जागरूकता फैलाना,हिंदी भाषा का विकास और प्रचार-प्रसार करना है।

Leave a Reply