कुल पृष्ठ दर्शन : 236

बहुत बिखर गया हूँ

मोहित जागेटिया
भीलवाड़ा(राजस्थान)
**************************************************************************

बहुत थका हुआ हूँ,अभी बहुत बिखर गया हूँ।
सफ़र पहले अच्छा था अब किस सफ़र गया हूँ।

तेरे आने से पहले घर बहुत अच्छा था,
जब से आई है लगता मैं बस भर गया हूँ।

जिंदगी में कैसी तन्हाई मिली है आज,
आज इन हालातों से मैं भी गुजर गया हूँ।

जो भी हालात हैं जीने नहीं दे रहे हैं,
मैं आज हालातों से फैसला कर गया हूँ।

जिंदगी का फैसला अब दिल ने कर लिया है,
टूटा विश्वास ले कर आज मैं मर गया हूँ।

सोच लेना तुम भी अब अच्छी तरह से आज,
जिंदगी की गहराई में अब उतर गया हूँ॥

परिचय–मोहित जागेटिया का जन्म ६ अक्तूबर १९९१ में ,सिदडियास में हुआ हैl वर्तमान में आपका बसेरा गांव सिडियास (जिला भीलवाड़ा, राजस्थान) हैl यही स्थाई पता भी है। स्नातक(कला)तक शिक्षित होकर व्यवसायी का कार्यक्षेत्र है। इनकी लेखन विधा-कविता,दोहे,मुक्तक है। इनकी रचनाओं का प्रकाशन-राष्ट्रीय पत्र पत्रिकाओं में जारी है। एक प्रतियोगिता में सांत्वना सम्मान-पत्र मिला है। मोहित जागेटिया ब्लॉग पर भी लिखते हैं। आपकी लेखनी का उद्देश्य-समाज की विसंगतियों को बताना और मिटाना है। रुचि-कविता लिखना है।