बसंत गीत

मोहित जागेटियाभीलवाड़ा(राजस्थान)************************************** वसंत पंचमी स्पर्धा विशेष ….. भंवरे भी गुनगुना रहे,कोयल पपिया बोल रही हैअब ये मौसम भी बदल रहा है,लग रहा है ये बसंत का मधु मास है। खेतों…

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मोहब्बत का समंदर बन जाऊँगा

मोहित जागेटियाभीलवाड़ा(राजस्थान)************************************** काव्य संग्रह हम और तुम से.... इन यादों के संग मैं मोहब्बत का सफर बन जाऊँगा।निगाहें देखी जिसको भी मैं तो वो नजर बन जाऊँगा। चलना है जिंदगी…

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उम्मीदों का साल हो

मोहित जागेटियाभीलवाड़ा(राजस्थान)************************************************* बीते साल की छूटी हुईआशाओं को,नया आयाम देनेवाला नया साल हो।सपने जो कलरह गए थे अधूरे,उनको पूरा करनेवाला नया साल हो।रूक गए थे जो कलकदम हमारे फिर से,मंजिल…

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भारत को वंदन करता हूँ

मोहित जागेटियाभीलवाड़ा(राजस्थान)************************************************* मैं राष्ट्र वंदना करता हूँ शब्दों के सुमन से,भारत की महिमा गाता हूँ नव नित्य सर्जन से। ये तपोभूमि है ऋषियों-मुनियों की वाणी से,पाप मिटता गंगा,यमुना के अमृत…

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तुम्हारे बगैर…

मोहित जागेटियाभीलवाड़ा(राजस्थान)************************************************* तुम्हारे बगैर कुछ भी,मन नहीं लगता हैतन उदास-उदास रहता,कुछ भी अच्छानहीं लगता है।दिल बेचैन है,मासूम-सा चेहरानिराश,निराश रहता है।तुम्हारी याद हर पल,बहुत आती हैतड़पता है दिल रोता है,बगैर तुम्हारे…

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भुलानी होगी वो बातें

मोहित जागेटियाभीलवाड़ा(राजस्थान)************************************************* भुलानी होगी वो यादें वो बातें,गुजरे हर पल की बीती मुलाकातें।याद को याद कर के क्या फायदा अब,वरना बरसती आँखों से बरसातें॥ वो गुजरे लम्हें की थी अलग…

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शुभ दीपावली

मोहित जागेटियाभीलवाड़ा(राजस्थान)************************************************* ये रौशनी का पावन पर्व हम सबके तन-मन में बसे तिमिर को हटाए।हर घर-आँगन खुशियों का दीप जलाएं। दीपक बन कर जग को जगमग कर जाएं,हम तन-मन में…

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करें हम भी सब सम्मान

मोहित जागेटियाभीलवाड़ा(राजस्थान)************************************************* हिंदी दिवस विशेष….. हिंदी भाषा का ज्ञान लुटाते हैं,हिंदी की बिंदी को अपनाते हैं।ये हिंदी ही हमारी पहचान हो-इसलिए गीत हिंदी का गाते ह‌ैं॥ हिंदी का करें हम…

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साँसें कुछ दिन की मेहमान

मोहित जागेटियाभीलवाड़ा(राजस्थान)************************************************* ये साँसें कुछ दिनों की ही मेहमान है,ज़िंदगी इतनी थोड़ी न आसान है ? जीना-मरना ये कुछ दिनों का है सफ़र,फिर भी जीवन करता कितना परेशान है ?…

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पाप धरा के हरो

मोहित जागेटियाभीलवाड़ा(राजस्थान)******************************************************************** जन्माष्टमी विशेष…….. लता-लता भी खिल गई,जब वो आए श्याम,मन की गलियों में बसा,कन्हैया का धाम। तुम पाप धरा के हरो,आओ तुम जगदीश,कष्ट मिटा दो सभी,आज द्वारकाधीश। राधा,मीरा रुक्मणी,सबके…

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