कुल पृष्ठ दर्शन : 308

You are currently viewing नव विहान का सूरज है प्यार

नव विहान का सूरज है प्यार

डॉ.पूजा हेमकुमार अलापुरिया ‘हेमाक्ष’
मुंबई(महाराष्ट्र)

******************************************

काव्य संग्रह हम और तुम से


विचलित हृदयतल पर धैर्य है प्यार,
संवेदना और संभावनाओं से लिप्त है प्यार।
अंधेरों में नव विहान का सूरज है प्यार,
अनकही बातों का पूरा किस्सा है प्यार।
अधूरेपन में पूर्ण विराम है प्यार,
संपूर्ण विश्व का धरातल है प्यार।
जीवन का अनोखा आभास है प्यार,
उर की गहराइयों का नाम है प्यार।
सृष्टि के कण-कण में है प्यार,
शब्दों-सी,नयनों की भाषा समझता है प्यार।
हृदय को सुगंधित-तरंगित करता है प्यार,
निर्मल निर्झर-सा बहता है प्यार।
प्राप्तव्य नहीं,दातव्य है प्यार,
सारे कष्टों को भी झेलकर मुस्कुराता है प्यार।
ईश्वर की सबसे अनूठी भावना है प्यार,
जिंदगी के सफर में सुकून है।
बस,रुह से महसूस कीजिए,
हमारी-तुम्हारी कहानी ही है प्यार॥

परिचय-डॉ. पूजा हेमकुमार अलापुरिया का साहित्यिक उपनाम ‘हेमाक्ष’ हैL जन्म तिथि १२ अगस्त १९८० तथा जन्म स्थान दिल्ली हैL श्रीमती अलापुरिया का निवास नवी मुंबई के ऐरोली में हैL महाराष्ट्र राज्य के शहर मुंबई की वासी ‘हेमाक्ष’ ने हिंदी में स्नातकोत्तर सहित बी.एड.,एम.फिल (हिंदी) की शिक्षा प्राप्त की है,और पी-एच.डी. की उपाधि ली है। आपका कार्यक्षेत्र मुंबई स्थित निजी महाविद्यालय हैL रचना प्रकाशन के तहत आपके द्वारा ‘हिंदी के श्रेष्ठ बाल नाटक’ पुस्तक का प्रकाशन तथा आन्दोलन,किन्नर और संघर्षमयी जीवन….! तथा मानव जीवन पर गहराता ‘जल संकट’ आदि विषय पर लिखे गए लेख कई पत्रिकाओं में प्रकाशित हुए हैंL हिंदी मासिक पत्रिका के स्तम्भ की परिचर्चा में भी आप विशेषज्ञ के रूप में सहभागिता कर चुकी हैंL आपकी प्रमुख कविताएं-`आज कुछ अजीब महसूस…!` ,`दोस्ती की कोई सूरत नहीं होती…!`और `उड़ जाएगी चिड़िया`आदि को विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में स्थान मिला हैL यदि सम्म्मान देखें तो आपको निबन्ध प्रतियोगिता में तृतीय पुरस्कार तथा महाराष्ट्र रामलीला उत्सव समिति द्वारा `श्रेष्ठ शिक्षिका` के लिए १६वा गोस्वामी संत तुलसीदासकृत रामचरित मानस,विश्व महिला दिवस पर’ सावित्री बाई फूले’ बोधी ट्री एजुकेशन फाउंडेशन की ओर से जीवन गौरव पुरस्कार से सम्मानित किया गया हैL इनकी लेखनी का उद्देश्य-हिंदी भाषा में लेखन कार्य करके अपने मनोभावों,विचारों एवं बदलते परिवेश का चित्र पाठकों के सामने प्रस्तुत करना हैL

Leave a Reply