इंदौर(मध्यप्रदेश)
हे प्रभु आशाओं का सूरज चमके,
बीत गया साल बीस,अब न रहे कोई टीस
नव वर्ष का अभिनंदन करते,
विगत को भूल रचाएंगें नव इतिहास।
उत्साह-उमंग से करें स्वागत,
झूमे नाचे गाएंगें
प्राप्त संबल हो सतत,
उत्कर्ष का आदर्श का
नव वर्ष की कोख से,
जन्म हो नित हर्ष का
मातृभाव का वरण,
हरण हो प्रेम भाव का
शुभ की दृष्टि सतत हो,
सृष्टि बने उजियारी।
कलियों-सी खिले,
जीवन बगिया हमारी
रंगों-सी रंगीन हो दुनिया सारी,
वर्तमान की मिटे त्रासदी
उर में न्ई ऊर्जा का संचार हो,
यथावत जन-जीवन हो।
नव वर्ष की नव ज्योति,
में प्रभु ऐसी जोत जगा देना
नव वर्ष हो हम सबको,
चरण-चरण अनुकूलl
रहे बरसते रात-दिन,
सुख वैभव के फूलll
परिचय–श्रीमती मनोरमा जोशी का निवास मध्यप्रदेश के इंदौर जिला स्थित विजय नगर में है। आपका साहित्यिक उपनाम ‘मनु’ है। आपकी जन्मतिथि १९ दिसम्बर १९५३ और जन्मस्थान नरसिंहगढ़ है। शिक्षा-स्नातकोत्तर और संगीत है। कार्यक्षेत्र-सामाजिक क्षेत्र-इन्दौर शहर ही है। लेखन विधा में कविता और लेख लिखती हैं।विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में आपकी लेखनी का प्रकाशन होता रहा है। राष्ट्रीय कीर्ति सम्मान सहित साहित्य शिरोमणि सम्मान और सुशीला देवी सम्मान प्रमुख रुप से आपको मिले हैं। उपलब्धि संगीत शिक्षक,मालवी नाटक में अभिनय और समाजसेवा करना है। आपके लेखन का उद्देश्य-हिंदी का प्रचार-प्रसार और जन कल्याण है।कार्यक्षेत्र इंदौर शहर है। आप सामाजिक क्षेत्र में विविध गतिविधियों में सक्रिय रहती हैं। एक काव्य संग्रह में आपकी रचना प्रकाशित हुई है।