माँ से कहो कि आश्रम…!
डॉ.पूजा हेमकुमार अलापुरिया ‘हेमाक्ष’ मुंबई(महाराष्ट्र) ********************************************************* मुकुंद आज आने में काफी देर हो गई। हाँ! बस थोड़ा-सा काम आ गया तो यही सोचा पूरा होने पर निकलूं। नीरू किचन की ओर बढ़ते हुए,-“मुकुंद जल्दी फ्रेश हो जाओ,मैं खाना लगाती हूँ।” तुम खाना लगाओ नीरू,बस मैं यूँ गया और यूँ आया। खाना परोसते हुए नीरू कुछ … Read more