कभी-कभी आँसू
आरती जैनडूंगरपुर (राजस्थान)********************************************* रोना कमजोरी नहीं,भावुकता की निशानी हैमहफिल में झूठी़ हँसी,अकेले में आँसू की दीवानी हैl आँसू को हमेशा औरत,का मानते हैं गहनाथोड़े से आँसू बहा लो मर्द,मर्द हो तो जरूरी नहीं सहनाl अकेले में जब ना हँसी,ना कोई संगी होता है संगतब आँसू संगी के रूप में,वफा का दिखाते हैं रंगl आँसू की … Read more