आरती जैन
डूंगरपुर (राजस्थान)
*********************************************
छाया फिर आज,
चुनावी माहौल है।
बज रहा नेताओं की,
अच्छाई का ढोल है।
जनता जानती है,
सब गोल-मोल है॥
मेरे देश के चुनाव,
में कम है नेता।
ज्यादा दिखते हैं,
अब अभिनेता।
चुनाव में जो वादों,
की झूठी भीख है देता॥
झूठा लगता है अब,
लोक का यह तंत्र।
नोट बनाने के,
सब चाहते हैं यंत्र।
सिफारिश का प्यारा,
लगता है सबको मंत्र॥
जेब देखते हैं देने से,
पहले किसी का साथ।
राजनीति के मतलब से,
देते हैं एक-दूजे को हाथ।
फायदा दिखे तो गठबंधन,
बना लेते शत्रु को भी नाथ॥
मत देना उसे अपना मत,
जो मत के बदले बांटते हैं जाम।
मत देना उसे अपना मत,
जो मतलब से लेते मजहब का नाम।
ऐसा नेता चुनना जो,
कर सके देश का काम॥
परिचय : श्रीमती आरती जैन की जन्म तारीख २४ नवम्बर १९९० तथा जन्म स्थली उदयपुर (राजस्थान) हैl आपका निवास स्थान डूंगरपुर (राजस्थान) में हैl आरती जैन ने एम.ए. सहित बी.एड. की शिक्षा भी ली हैl आपकी दृष्टि में लेखन का उद्देश्य सामाजिक बुराई को दूर करना हैl आपको लेखन के लिए हाल ही में सम्मान प्राप्त हुआ हैl अंग्रेजी में लेखन करने वाली आरती जैन की रचनाएं कई दैनिक पत्र-पत्रिकाओं में लगातार छप रही हैंl आप ब्लॉग पर भी लिखती हैंl