हिंदी रचनाकर्म से इस ‘तलाक’ के आखिर क्या मायने ?

अजय बोकिल भोपाल(मध्यप्रदेश)  ****************************************************************** क्या‍ हिंदी अब सृजन की,मनोभावों को अभिव्यक्त करने की और अपने समय से जूझने की भाषा नहीं रह गई है ? आज इसमें जो लिखा जा रहा है वह सब ‘हिंदू-मुसलमान, जय श्री राम और वंदे मातरम्’ पर जाकर खत्म हो रहा है ? ऐसी स्थिति में कोई संवेदनशील ‍कवि या … Read more

वीर सैनिकों का शौर्य और सम्मान आज भी अमिट

  अजय जैन ‘विकल्प इंदौर(मध्यप्रदेश) **************************************************************************** आज २० साल बाद भी देश का हर व्यक्ति कारगिल युद्ध की शानदार जीत और हरल्ले देश पाकिस्तान की कायराना हरकतों को भूला नही है। कहना गलत नही होगा कि,भारत ने कारगिल की लड़ाई से पहले और बाद में भी विकास किया है,और अमन की राह छोड़ी नहीं है। … Read more

चाँद पर पहली बार पड़े कदम,अब क्या बनाना चाहते हैं ?

अजय बोकिल भोपाल(मध्यप्रदेश)  ****************************************************************** उस महान क्षण की ऐतिहासिक अनुभूति को आज आधी सदी पूरी हो चुकी है,जब २० जुलाई १९६९ को मनुष्य ने चमकते चाँद पर अपना कदम रखा था। सारी दुनिया रातभर जागकर उस लम्हे की साक्षी बनी थी,जब कमांडर नील आर्म स्ट्रांग ने अंतरिक्ष यात्री के बाने में चाँद की खुरदुरी सतह … Read more

सीता के बेदाग चरित्र पर तो सियासत का दागी दांव न खेलें…!

अजय बोकिल भोपाल(मध्यप्रदेश)  ****************************************************************** कहावत है ‘सूत न कपास,जुलाहों में लट्ठमलट्ठा।‘ श्रीलंका स्थित दिवुरमपोला में सीता माता का मंदिर बनवाने को लेकर मध्यप्रदेश में दो राजनीतिक जुलाहों सत्तारूढ़ कांग्रेस और विपक्षी भाजपा के बीच कुछ इसी तरह का लट्ठमलट्ठा छिड़ा है। श्रीलंका में सीता एलिया वह स्थान है,जिसके बारे में मान्यता है कि रावण ने … Read more

बोए पेड़ बबूल कॆ,आम कहाँ से होए

अजय जैन ‘विकल्प इंदौर(मध्यप्रदेश) ******************************************************************* बरसों पुरानी एक कहावत है-‘बोए पेड़ बबूल कॆ,आम कहाँ से होए’,जो नापाक इरादों कॆ मालिक देश पाकिस्तान पर सटीक बैठी है। जी हाँ,क्योंकि भारत का पड़ोसी होकर पीठ में हर बार-हर बात पर खंजर घोंपने वाले इस देश में इस समय इतनी कंगाली आई है कि देश पूरी तरह कर्ज … Read more

पिता ही प्रतिष्ठा

अजय जैन ‘विकल्प इंदौर(मध्यप्रदेश) ******************************************************************* १६ जून `पितृ दिवस’ विशेष… पिता पालक, घर के संचालक- मान दीजिए। पिता ही ज्ञान, छाया है अनमोल- साथ दीजिए। पिता ही आन, पिता ही मेरी शान- ज्ञान लीजिए। पिता हैं प्यार, घर का संस्कार- प्रेम कीजिए। पिता से जन्म, पिता सच्चे देवता- पितृ पूजिए। भला सोचते, कटु दिखते पिता- … Read more

कौन देगा हिसाब ?

अजय जैन ‘विकल्प इंदौर(मध्यप्रदेश) ******************************************************************* फिर जल गई कई जिंदगी, कौन देगा हिसाब… बस ढोलेंगे जिम्मेदारी, कौन मानेगा अपनी गलती ? लील गई लापरवाही की आग, मौत से बचने कॆ लिए भी पाई मौत… कोई नहीं मानता,कोई नियम, फिर उजड़ गए फूलों कॆ कई बाग। क्या होगा ! बस खानापूर्ति, देखते रहे ‘सूरत’ में हादसा,लेकर … Read more

माँ है गीता

अजय जैन ‘विकल्प इंदौर(मध्यप्रदेश) ******************************************************************* माँ है गीता,माँ है कुरान, माँ को करिए रोज प्रणाम। ईश्वर भी नमता जहां पर, माँ ही संसार में असली भगवान। जिसने पाला हमको,वो कैसे अनपढ़ ? माँ तो है सच में ज्ञान की खान। कभी मत दुत्कारो उसको, देती दुआ माँ की मुस्कान। अमूल्य है माँ हर जगत में, … Read more

कीजिए खूब ‘मतदान’

अजय जैन ‘विकल्प इंदौर(मध्यप्रदेश) ******************************************************************* कीजिए मिलकर प्रेम से,खूब मतदान, बनेगा इसी से अपना भारत देश महान। बेहतर भविष्य चाहिए, ‘मत’ दे आईए, नेताओं को समझिए,देशहित सोचिए। बदलाव लाना है तो कदम बढ़ाने होंगे, ‘मत’ अमूल्य है,कभी जाया न कीजिए। सोचें जो क्षेत्र-देश की, ‘मत’ उसे ही दीजिए, दागियों को सीधे अब ‘पराजित’ कीजिए। अपराधियों … Read more

स्वार्थ छोड़ दे मानव

अजय जैन ‘विकल्प इंदौर(मध्यप्रदेश) ******************************************************************* स्वार्थ छोड़ दे मानव,वरना मिट जाएगा तू, फिक्र कर जरा धरा की,वरना रोएगा तू। बर्बाद मत कर पेड़,पौधे,पर्यावरण यूँ, अपने प्राण मत और खतरे में डाल तू। जिससे सब-कुछ मिलता,मत कर उसे बंजर यूँ, ये सब मिटा तो,बदले में छाँव कहाँ से लाएगा तू। स्वार्थ की खातिर मत बन अंधा,कर … Read more