साहस भरना होगा

अनिल कसेर ‘उजाला’  राजनांदगांव(छत्तीसगढ़) ************************************************************************* नहीं किसी से डरना होगा, हमको साथ चलना होगा। रहे फूल या काँटे राहों में, हमको आगे बढ़ना होगा। नफ़रत की बातें त्याग करो, प्यार की बातें करनी होगी। मिलेगी हमें मंजिल जरूर, साँसों में साहस भरना होगा। जग में छाया गम का तम है, दीप बन तम ‘अनिल’ हरना … Read more

मरणरेखा कब है ?

अनिल जोशी  ******************************************************** श्रद्धांजलि मेरी पुस्तक `प्रवासी लेखन:नयी जमीन,नया आसमान` की पांडुलिपि तैयार थी। पुस्तक की भूमिका किसी वरिष्ठ लेखक से लिखवाने के लिए सोच रहा था। प्रवासी साहित्य में सुषम बेदी के योगदान को देखते हुए लगा,वही इस कार्य के लिए सर्वाधिक उपयुक्त रहेंगी। ब्रिटेन में जल्दी ही पुस्तक का लोकार्पण होना था। मैं … Read more

सात फेरे

अनिल कसेर ‘उजाला’  राजनांदगांव(छत्तीसगढ़) ************************************************************************* सात फेरे लिये जो संग तेरे, लगता सपने पूरे हो गये मेरे। मैं साजन,तुमसे बना सजनी, हाथ पकड़ लाया मैं,द्वार मेरे। सातों वचन के सात फेरे, साथ रहूँगा मैं जीवनभर तेरे। सुख हो चाहे दु:ख हो साजन, हर कदम कदम चलूँगा तेरे। मान मेरा तुम रखना सम्हाल, सम्मान का खयाल … Read more

दर्द से रिश्ता

अनिल कसेर ‘उजाला’  राजनांदगांव(छत्तीसगढ़) ************************************************************************* दर्द से रिश्ता पुराना लगता है, अश्क़ आँखों का खजाना लगता है। माना मंज़िल दूर नहीं, राहों का फूल भी काँटा लगता है। दिल से मोहब्बत करता हूँ, नफऱत का तीर भी तुम्हारा प्यारा लगता है। समझ बेगाना कोई बात नहीं, इसमें भी मुझे अपनापन लगता है। बेशक़ तुम हो … Read more

मानव का तन

अनिल कसेर ‘उजाला’  राजनांदगांव(छत्तीसगढ़) ************************************************************************* मानव का तन मिलता है कम, फिर जाने तू क्यों करता है गम। आकाश में तारे बहुत हैं मगर, चाँद की क़ीमत होती नहीं कम। लगा ले तू सद्कर्मों में जीवन, कभी भी खुशियां नहीं होंगी कम। पतझड़ के बाद हरा होता है चमन, ठोकरों से तू न डगमगा अपने … Read more

एकता की जग में है पहचान

अनिल कसेर ‘उजाला’  राजनांदगांव(छत्तीसगढ़) ************************************************************************* अरे भाई काम करो सच्चे, न समझो सबको बच्चे। बातों में अपनी न उलझाओ, बिगड़ी बात को सुलझाओ। बात-बात में न जलें,जलाएँ, जो जिन्दा हैं,हम उन्हें बचाएँ। नाम को यूँ न बदनाम करो, मानव जीवन का उद्धार करो। क्या रक्खा है उस कुर्सी में ? जो प्राण झोंकते इस कुर्सी … Read more

ईश्वर को करें प्रणाम

अनिल कसेर ‘उजाला’  राजनांदगांव(छत्तीसगढ़) ************************************************************************* ले कर ईश्वर तेरा नाम, कर रहे तुझको बदनाम बात-बात कहते भगवान, आगे रखते खुद का नाम बड़ी मुश्किल से मिलता तन, फिर भी नहीं करते अच्छे काम। कर रहे तुझको बदनाम… एक-दूजे को सब समझाते, जाने क्यूँ फिर समझ न पाते संतों का पहन के चोला, धन को माने … Read more

तुम्हारे बिना जी सकूँगा नहीं

अनिल कसेर ‘उजाला’  राजनांदगांव(छत्तीसगढ़) ************************************************************************* (रचनाशिल्प:बहर १२२ १२२ १२२ २१, रदीफ-नहीं,काफिया-ऊँगा का स्वर) किसी और का मैं बनूँगा नहीं, तुम्हारे बिना जी सकूँगा नहीं। पिया प्यार से प्यार को साथ दे, कभी भी शिकायत करूँगा नहीं। बन गया हूँ मैं जो तुम्हारा सनम, जुदाई दर्दे दिल सहूँगा नहीं। अगर दिल हमारा टूट गया कभी, जमाना … Read more

प्रतीक्षा

अनिल कसेर ‘उजाला’  राजनांदगांव(छत्तीसगढ़) ************************************************************************* है मुझे प्रतीक्षा कोई तो आएगा, मेरा मान बढ़ाएगा। खुद को नहीं-औरों को, बढ़ाएगा। न कोई अपना न पराया, सबको गले लगाएगा। न छोटा-न बड़ा, साथ सभी का निभाएगा। दिलों में नहीं बैर रखना, दुनिया को सिखलाएगा। ये भारत देश मेरा, `विश्वगुरु` फिर बन जाएगा। है मुझे प्रतीक्षा कोई तो … Read more

सब भाषा की हिन्दी है माई

अनिल कसेर ‘उजाला’  राजनांदगांव(छत्तीसगढ़) ************************************************************************* ‘विश्व हिन्दी दिवस’ की सबको है बधाई, सब भाषा की हिन्दी है माई। हिन्दी की बात है निराली, हिन्दी जो बोले उसकी बोली लगती मतवाली। हिन्दी भारत माँ की जान, हर भारतवासी की हिन्दी हो पहचान। हिन्दी में लिखना, हिन्दी में ही पढ़ना हिन्दी है हमारा अभिमान। हिन्दी गीत,कविता और … Read more