गम सहती है,फिर भी हँसती है…
अनिता मंदिलवार ‘सपना’ अंबिकापुर(छत्तीसगढ़) ************************************************** हर गम सहती है। फिर भी हँसती हैll चलना ही है जीवन, बस यही कहती है। हर हाल में वह, मुस्काती रहती हैll हर गम सहती है… फिर भी हँसती है… तेरी एक आवाज पर, दौड़ी चली आती है। स्नेह की धारा लुटा, नदिया बन बहती जाती हैll हर गम … Read more