स्वार्थियों से जंग कब तक
इंदु भूषण बाली ‘परवाज़ मनावरी’ ज्यौड़ियां(जम्मू कश्मीर) ******************************************************** मेरी डायरी से……भाग-१ मेरा जीवन शीशे की भांति साफ है। बचपन से ही जो मन में होता है,वही बाहर होता है। मैं दोगलापन न करता हूँ और न ही सहन करता हूँ। इसलिए दूसरों से बिल्कुल भिन्न हूँ। समाज में फैली कुरीतियों से अत्यंत दुखी हूँ। समाजसेवा,ईमानदारी … Read more