स्वार्थियों से जंग कब तक

इंदु भूषण बाली ‘परवाज़ मनावरी’ ज्यौड़ियां(जम्मू कश्मीर) ******************************************************** मेरी डायरी से……भाग-१ मेरा जीवन शीशे की भांति साफ है। बचपन से ही जो मन में होता है,वही बाहर होता है। मैं दोगलापन न करता हूँ और न ही सहन करता हूँ। इसलिए दूसरों से बिल्कुल भिन्न हूँ। समाज में फैली कुरीतियों से अत्यंत दुखी हूँ। समाजसेवा,ईमानदारी … Read more

सत्य मार्ग बहुत कठिन

इंदु भूषण बाली ‘परवाज़ मनावरी’ ज्यौड़ियां(जम्मू कश्मीर) ******************************************************** मेरा जीवन बिखरे मोती, घुप अंधेरा नहीं ज्योति। सत्य मार्ग बहुत कठिन, आसान राह झूठी होती। मुर्दे कफन फाड़ के बोलें, जिंदगी चुप्पी साधे रोती। दुनिया की है रीत पुरानी, फूलों के संग कांटे बोती। वादियां नहीं वीराने होते, किस्मत यदि यूँ ना सोती॥ परिचय-इंदु भूषण बाली … Read more

नारी तेरी अमर कहानी

पंकज भूषण पाठक ‘प्रियम’ बसखारो(झारखंड) *************************************************************************** जो समझो तो कविता हो, बूझो तो अमर कहानी हो। नारी तुम त्याग समर्पण, करती बलिदान जवानी हो। नारी!तुम श्रद्धा समर्पण जीवन, सृष्टि जीवन गढ़ती कहानी हो। आँचल में दूध आँखों में पानी, सृष्टि जीवन की तुम कहानी हो। नारी! तुम अब नहीं रही अबला, समानता युग की तुम … Read more

घुसपैठियों को मारना होगा

इंदु भूषण बाली ‘परवाज़ मनावरी’ ज्यौड़ियां(जम्मू कश्मीर) ******************************************************** सर्वविदित है कि घुसपैेठिए सदैव घातक ही होते हैं,चाहे वे देश में घुसपैठ कर आतंक मचाएं या घर में घुसपैठ कर घर को बर्बाद करें। इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि,घुसपैठ आईएसआई करवा रही है या सास,साले अथवा फिर भाई-बंधु। फर्क इस बात से भी … Read more

कर्मों का फल 

इंदु भूषण बाली ‘परवाज़ मनावरी’ ज्यौड़ियां(जम्मू कश्मीर) ******************************************************** अभिशापित और दुखी हूँ अपने-आप से। जैसे शनि का युद्ध था अपने ही बाप से। कर्मों का फल है दोष कहां पड़ोसियों का, दिन बीत जाता है,डरता हूँ काली रात से। वह कहते मैं सिरे का झूठा हूँ विश्वभर में, और स्वयं मुकर रहे हैं अपनी ही … Read more