नव संवत्सर
सुरेश चन्द्र सर्वहारा कोटा(राजस्थान) *********************************************************************************** हे पुण्य श्लोक नव संवत्सर समय-शिखर से झरते निर्झर, कर ऊर्जा से वसुधा पूरित क्षण-क्षण अविरल गति को संचर। सौंदर्य प्रकृति का उर में भर जाए जग-जीवन और निखर, युग-अंध तमस को दूर करे उगते दिनकर की किरण प्रखर। हैं खिले फूल कितने सुन्दर चूमें लतिका उन्नत तरुवर, बह शीतल … Read more