अधूरी आजादी
नीलू चौधरीबेगूसराय (बिहार)*************************************** सालों पहले हम आजाद हुए,पर हमें मिली कहाँ पूरी आजादी ?अभी तक हम जी रहे,अधूरी आजादी के साथ…। आजादी के जश्न पर,कुछ चटकता है हमारे भीतरशायद ये अधूरी मिली आजादी कासंकेत है,तब तक हमारी आजादी अधूरी रहेगीजब तक इस वतन की जमीं पर,भूखे पेट,क्लांत मुख औरटूटे सपनों के साथ जीते रहेंगे,असहाय लोग। … Read more