सहते हुए उनके कहर

संजय गुप्ता  ‘देवेश’ उदयपुर(राजस्थान) ******************************************************************** दावते महफ़िल में शामिल हो रहे हैं आप अगर,लफ़्जों के इन बाजीगरों से,रहना ना बेखबरl लजीज़ पेश करना भी तो है,एक हुनर इनका,इनकी असल जिंदगी पर भी रखें पैनी नज़र। यूँ तो जिंदगी नाम है चलते रहने का सुबहो-शाम,ये अलग बात है कि किस कदम की बने है खबरl यूँ तो … Read more

मेरी भी कोई गवाही ले लो

संजय गुप्ता  ‘देवेश’ उदयपुर(राजस्थान) ******************************************************************** मेरी भी कोई गवाही ले लो,अब इस दौर के हालात मेंपर पहले कसम मत लेना,गीता कुरान रख मेरे हाथ में,आब-ए-चश्म पे यकीं करो,सुनो नाजायज़ के खिलाफसुबूत मत मांगना,रखता हूँ ईमान अपनी हर बात में। आफ़ताब को तकते रहे,कोसते रहे हमेशा आतिश कोपर चाँदनी ने सुलगा दी दुनियां,एक खौफनाक रात में,मेरी ग़ैरत … Read more

ना हो नफरत आपस में

संजय गुप्ता  ‘देवेश’ उदयपुर(राजस्थान) ******************************************************************** चर्चे बहुत हुए राहों पर चले,नंगे पाँवों के निशान केपर जुदा नहीं दिखे थे,किसी हिंदू या मुसलमान के,मेहनतकश इन्सान थे,किसी धर्म में नहीं बंटे थे वो-जिए साथ तो मरेंगें भी साथ,चले थे दिल में ठान के। कुदरत हो या सृष्टि हो,उसके सारे बच्चे होते समानहिंदू सोया मस्जिद में,मुसलमां मंदिर में चादर … Read more

मजदूरों को गले लगा लो

संजय गुप्ता  ‘देवेश’  उदयपुर(राजस्थान) ******************************************************************** मंजिलों पर बढ़ते कदम,जब लौटने लगते हैं मुड़ के, मेहनतकश हाथ याचना करने लगते हैं जब जुड़ के ऐ मुल्क के बाशिंदों ये समय आ गया है सोचने का, हमें झांक कर ही देखना होगा गिरेबान में खुद के। वृक्षों की शाखाओं पर बैठ,आनंदित हैं हम सभी, इनकी जड़ें मजदूर … Read more

भारी मेरा नहला

संजय गुप्ता  ‘देवेश’  उदयपुर(राजस्थान) ******************************************************************** अचानक ये दुनिया काँपी एक कोलाहल-सा ऐसा मचा मानो आ गया हो जैसे यहाँ,कोई भयानक जलजला। मैं तो मस्त,बस निहार रहा था खुले आसमान के नजारे, कब पैरों तले ये जमीन खिसक गयी,पता ही नहीं चला। मुझे सलामत देख के,फर्श पे औंधे पड़े मुस्करा के बोले इसे,पर्दाफाश-जिदंगी के राज का,मालूम … Read more

खुशी में गा लूं

संजय गुप्ता  ‘देवेश’  उदयपुर(राजस्थान) ******************************************************************** जी करता है अपने दिल की बात कह ही डालूं, सीने में है एक जलजला,कहीं तो इसे निकालूं… साथ देता रहा लोगों की कई गलत बातों में भी, छोड़ के अब सभी वो बातें,मैं भी गंगा नहा लूं। मेरे दोस्त,क्यों सहमे हैं,मेरे इस फैसले से, रोते हुए इन दुश्मनों को … Read more

समय

संजय गुप्ता  ‘देवेश’  उदयपुर(राजस्थान) ******************************************************************** समय महाबलवान है,दिखाता ही है अपना असर, कोशिश कुछ भी कर लो उजागर करेगा कोई कसर यह एक जीवन भी तेरा,बंधा है समय की साँसों में- समय यह एक अविनाशी है,सतत है यह हर पहर। समयचक्र गतिशील है,बदलता रहता घर हर पल, जैसे ससुराल को गौरी चली,छोड के अपना पीहर … Read more

क्या कमाल है

संजय गुप्ता  ‘देवेश’  उदयपुर(राजस्थान) ******************************************************************** उनके जुबां पर रहता जो बातों का जाल है ये उनकी शखसियत,दिमाग का कमाल है, अब उनकी उलझनों से,मेरा क्या है वास्ता- मेरे जहन में तो उनके गेसूओं का जंजाल है। हर किसी में नहीं होती है यह काबिलियत होंठों के बीच रखकर,चला ले ये खंजर, शिकार को ना खौफ,शिकारी … Read more

जो खुद से ही डरा है

संजय गुप्ता  ‘देवेश’  उदयपुर(राजस्थान) ******************************************************************** मैंने अपने दर्द का इलाज खुद ही करा है अपना एक प्याला,अपने हाथ से भरा है, मुझे मालूम है,मेरे इस दर्द की हकीकत- जख्म है जो जिगर पर,मुद्दत से हरा है। मयखाने में गया था देखने हाल साकी का, वो भी नशे में खुद ही,बेसुध-सा पड़ा है, मुझे कहता था … Read more

कोई गुनाह थोड़े ही किया

संजय गुप्ता  ‘देवेश’  उदयपुर(राजस्थान) ******************************************************************** अरे मैंने यह कोई,गुनाह थोड़े ही किया है घर के मंदिर का दीया देहरी पर रख दिया है, आरती करता रहा हूँ मैं,रोज अपने ही घर में- आज इन्सान के भले हेतु यह जतन किया है। सूरज-चाँद बिना भी,कटा है सफर अंधेरों में एक जुगनू ने ही तब रास्ता ये … Read more