धन्य तुम हो हे जन
दिप्तेश तिवारी दिप रेवा (मध्यप्रदेश) **************************************************** धन्य तुम हो भारतवासी,माटी सदा ऋणी रहेगी, संघर्ष समय में सहयोग तुम्हारा,सदा गुणी रहेगी। घर में रह कर तुमने,निज कर्तव्यों का मान रखा, धन्यवाद तुम हो हे जन,जो जन-गण-मन का मान रखा। माना सूरज डूब रहा,अँधियारा हम पे हावी है, लेकिन हिम्मत हो तो,एक चींटी हाथी पे भारी है। विकसित … Read more