मरणरेखा कब है ?

अनिल जोशी  ******************************************************** श्रद्धांजलि मेरी पुस्तक `प्रवासी लेखन:नयी जमीन,नया आसमान` की पांडुलिपि तैयार थी। पुस्तक की भूमिका किसी वरिष्ठ लेखक से लिखवाने के लिए सोच रहा था। प्रवासी साहित्य में सुषम बेदी के योगदान को देखते हुए लगा,वही इस कार्य के लिए सर्वाधिक उपयुक्त रहेंगी। ब्रिटेन में जल्दी ही पुस्तक का लोकार्पण होना था। मैं … Read more

यह कैसी बिदाई बेला

मनोरमा जोशी ‘मनु’  इंदौर(मध्यप्रदेश)  **************************************************** सहमे अरमानों से, कौन प्राण है खेला ? कैसी आज बिदाई बेला! कैसी तन में सिहरन है, कैसा उर में कम्पन जीवन पगडंडी पर, कैसी करुणा की तड़पन! दो-दो मन दौड़े पाने, एक सांझ की बेला। मिलन क्षितिज पर किन्तु नहीं, पंछी आज अकेला यह सूनी-सूनी बेला, कैसी आज बिदाई … Read more

फैले घर-घर भाईचारा

मनोरमा जोशी ‘मनु’  इंदौर(मध्यप्रदेश)  **************************************************** घर-घर गूँजे यही नारा, भारत देश महान हमारा। फैले घर-घर भाईचारा, हर घर हो उजियारा॥ देश-देश के बीच पड़ी है, भेदभाव की खाई विश्व राष्ट्र के हित में, ही देशों की छुपी भलाई। छोड़ें शासन छोड़ें शोषण, फैले घर-घर भाईचारा हर-घर हो उजियारा॥ राजनीति विज्ञान मिले तो, सर्वनाश का भय … Read more

हुआ नीड़ सूना

मनोरमा जोशी ‘मनु’  इंदौर(मध्यप्रदेश)  **************************************************** लुट गया मधुवन, हुआ वो नीड़ सूना। अब ना माली के, हृदय का घाव छूना। मधुप कलियों को, चले जाकर रुलाकर, उड़ गई कोकिला अधूरा गीत गा करl जब ना होगा नीर, सरिता क्या बहेगीं मीन जल से बिछुड़कर, कैसे रहेगीं। लहरियां तट को, जाती झुलाकर उड़ गई कोकिला, अधूरा … Read more

बसंती मौसम

मनोरमा जोशी ‘मनु’  इंदौर(मध्यप्रदेश)  **************************************************** आ गया बसंती मौसम सुहाना, गा रहा मन तराना। मिली राहत जिंन्दगी को, चैन दिल को आ गया, प्यार की अमराईयों से गीत याद आ गया, आज अपने रंज गम को चाहता है गम भुलानाl आ गया बसंती मौसम सुहाना… बाग की हर शाख गाती, झूमती कलियाँ दिवानी पात पीले … Read more

गणतंत्र हमारा अजर रहे

मनोरमा जोशी ‘मनु’  इंदौर(मध्यप्रदेश)  **************************************************** गणतंत्र दिवस स्पर्धा विशेष……… गणतंत्र हमारा अमर रहे, गणतंत्र हमारा अजर रहे। त्याग तपस्या बलिदानों, से पाया शुभ दिन निज सर्वस्व चढ़ाएंगें, देश समृद्ध बनायेगें। हम तिरंगे की शान बढ़ाएंगें। बापू की विमल कहानी है, नेहरु की अमिट निशानी है इसकी अविरल यशधार बहें। गणतंत्र हमारा अमर रहे, हम इसको … Read more

होता है आभास

मनोरमा जोशी ‘मनु’  इंदौर(मध्यप्रदेश)  **************************************************** हर पल तुम मेरे पास, होता है आभास। घड़कन की हर साँस, में तेरा वास होता है एहसास। तन-मन उज्जवल ऐसा जैसे, हो रवि का चंद्र प्रकाश हर पल तुम मेरे पास। माथें की बिंदिया में तेरा चमके उजास। तुम ही मेरे चन्द्र प्रकाश, तेरा मेरे उर में वास॥ परिचय–श्रीमती … Read more

जीवन धारा

मनोरमा जोशी ‘मनु’  इंदौर(मध्यप्रदेश)  **************************************************** बहती जाये जीवन धार, सुख में साथी कई हजार दुःख मेंं बंद सभी के द्वार। मन कहता बैरागी हो जा, मन कहता रंगों में खोजा छलना मय संसार। दुःख में बंद सभी के द्वार। पगले अर्थ समझ जीवन का, सर्जन और विसर्जन तन का होना है हर बार। दुःख में … Read more

कृषक हूँ

मनोरमा जोशी ‘मनु’  इंदौर(मध्यप्रदेश)  **************************************************** मुझको सभी ग्राम कहते हैं, कहते कृषि का ज्ञानी राग-द्वैष है नहीं किसी से, मेरा मन सैलानी। जन्मभूमि है खेत किसान की, फसलें यहाँ लहराती कच्चे घर माटी के सुन्दर, छटा प्रकृति बिखराती। खेत यहाँ खलिहान यहाँ, नदी झील है झरना वन वैभव की सुषमा देखूँ, हँसकर नित्य विचरना। ज्वार … Read more

मन के घर में ठहरो

मनोरमा जोशी ‘मनु’  इंदौर(मध्यप्रदेश)  **************************************************** मन के घर में आकर ठहरो, देखो जग फिर क्या करता है। तूफानों से घिरा समुन्दर, कब तक नाँव किनारे बाँधे पार पहुँचना इसके पहले, जब तक सूरज सीमा फाँदे। तुम किश्ती में बैठो भर ही, देखो तूफां क्या करता है॥ चुभते शूलों का है आँगन, कैसे कोई रास रचाए। … Read more