`राष्ट्रीय शिक्षा नीति` पर मानव संसाधन विकास मंत्री को पत्र:संपर्क भाषा `हिन्दी` को महत्व और गौरव देने की पुरजोर मांग

प्रो. कृष्ण कुमार गोस्वामी दिल्ली *************************************************************************** डॉ.रमेश पोखरियाल निशंक मानव संसाधन विकास मंत्री, मानव संसाधन विकास मंत्रालय,भारत सरकार नई दिल्ली–110 001 विषय:राष्ट्रीय शिक्षा नीति, महोदय, आपके मानव संसाधन विकास मंत्री नियुक्त होने पर मैं आपका अभिवादन और अभिनंदन करता हूँ। आशा करता हूँ कि आप जैसे कर्मठ और परिश्रमी व्‍यक्ति के नेतृत्व में यह मंत्रालय … Read more

कुछ पाने के लिए..

कृष्ण कुमार कश्यप गरियाबंद (छत्तीसगढ़) ************************************************************************** हारना भी जरूरी है,बाज़ी जीतने के लिए, खोना पड़ता है बहुत,कुछ पाने के लिए। मर-मर के कमाता है,लेकर जाएगा क्या, पहचान तो कुछ छोड़,जमाने के लिए। सीखना है चलना तो हवा में मत उड़, ठोकर भी जरूरी है,संभलने के लिए। उजाड़ना जिनकी फितरत,वो क्या जाने, वक्त बहुत लगता है,घर … Read more

प्रेम

कृष्ण कुमार कश्यप गरियाबंद (छत्तीसगढ़) ************************************************************************** प्रेम अराधना,प्रेम ही पूजा, प्रेम आत्मा की पुकार है। प्रेम से बड़ा न कोई दूजा, प्रेम तो ईश्वरीय उपहार है। प्रेम कर्म है,प्रेम ही मर्म, प्रेम धर्म का प्राण-सार है। प्रेम गर दिल में हो सबके, तो हर जन एक अवतार है। प्रेम न बिकता बाजारों में, रत्न बड़ा … Read more

किस्मत

कृष्ण कुमार कश्यप गरियाबंद (छत्तीसगढ़) ************************************************************************** हाय री किस्मत ढूँढते हुए, पागल हो गया मैं,पता दे। कहां रहती,कैसी दिखती, जरा हमको भी बता दे। लोग कहते तू मिल जाए, तो जिंदगी संवर जाती है। दूर खड़ी हँस रही मुझ पर, पास मेरे क्यों नहीं आती है। नहीं मिलती हर किसी से, पर हर दिल में … Read more

हिन्दी की अस्मिता पर प्रहार करने वाले हिन्दी के अपने

प्रो. कृष्ण कुमार गोस्वामी दिल्ली *************************************************************************** यह बहुत बड़ी विडंबना है कि हिन्दी को तोड़ने वालों में हिन्दी के अपने ही लोग हैं।भोजपुरी के कुछ समर्थकों का यह विचार है कि हिन्दी भाषा से अलग होने पर ही भोजपुरी भाषा और संस्कृति का विकास हो पाएगा। वास्तव में यह उनका भ्रम है। भाषा विज्ञान की … Read more

रिश्ता

कृष्ण कुमार सैनी ‘राज’ दौसा(जयपुर ) *************************************************** पूज्य पिता जी की बाँहों में, जीने का किरदार छिपा हैll ममतामई माँ के ‘रिश्ते’ में, अमर प्रेम संसार छिपा हैll बहिना के राखी धागों में, पूजा पुण्य प्रणाम छिपा हैll नमन वंदना करके देखो, सच में चारों धाम छिपा हैll पिता-पुत्र के ‘रिश्ते’ में, साहस त्याग निदान … Read more

नेतृत्व के लिए आवश्यक हैं कई गुण

  कृष्ण कुमार सैनी ‘राज’ दौसा(जयपुर ) *************************************************** जी हाँ मित्रों, नेतृत्व करना एक ख़ास कला है,जो सामान्य व्यक्तित्व के अन्दर नहीं होती। श्रेष्ठतम नेता या नेतृत्व वही बन पाता है,जो लोगों के दिलों पर राज करता है,और जिसका व्यक्तित्व हर कोई स्वीकारता है। ऐसे व्यक्ति के साथ काम करने वाले लोग अपना सब-कुछ उस … Read more