तुम अटल थे,अटल ही रहे

डाॅ. मधुकर राव लारोकर ‘मधुर’  नागपुर(महाराष्ट्र) ************************************************************************* तुम अटल थे,अटल ही रहे, अन्त तक ध्रुव तारे,की तरह। भारतीय राजनीति की उठा पटक,जोड़ तोड़ को, ना स्वीकारा,ना करने दिया। जीवन में प्रभु,राम की तरह राजनीति में मर्यादा व, शुचिता को स्थान दिया। होम किया अपना जीवन, देश व जनता के लिए। अन्याय,असमानता की खिलाफत की शोषितों … Read more

खुदा से मांगी

डाॅ. मधुकर राव लारोकर ‘मधुर’  नागपुर(महाराष्ट्र) ************************************************************************* खुदा से मांगी दुआ तेरी सलामती की,कई दफ़ा। तेरे इकरार से,रहे महरूम तेरा इंकार भी,नज़र नहीं आता। ज़माने ने दिए,गम बहुत ठोकर भी खाई,बेपनाह। फ़कत शिकवा,रहा यही बुत-ए-काफ़िर,नज़र नहीं आता। ऐतबार करें भी तो किसपे कोई यार,मिला न हमराज। खुलुसे-ए-पल,मिले कैसे महबूब कोई,नज़र नहीं आता। माना मुहब्बत,नहीं है … Read more

अमरूद का पेड़

डाॅ. मधुकर राव लारोकर ‘मधुर’  नागपुर(महाराष्ट्र) ************************************************************************* हमारे घर में पुराना अमरूद का पेड़ आँगन की बाउन्ड्री में स्थित है। कुछ दिन पूर्व हमारे चिकित्सक पुत्र के विवाह की तैयारी प्रारंभ हुई। घर के सामने मंडप लगाया जाना था। मंडप वाले ने कहा-“सर यह अमरूद का पेड़ काटना होगा। इसके तने के कारण मंडप,सही रूप … Read more

रौशनी बिखेरते चलें हम

डाॅ. मधुकर राव लारोकर ‘मधुर’  नागपुर(महाराष्ट्र) ************************************************************************* दिलों को,दिल से जोड़ कर, रौशन किया,सपनों का महल। अपनों का,साथ भी मिला, सजाया जैसे,अपना हो शीशमहल। ना जानें क्यों,लोगों की, खुशी के लिए,जलाता नहीं दिया कोई,दिल का। घर-सामान की सफाई, करते हैं,पर्व में सभी तन-मन की गंदगी,देखता नहीं कोई, के प्यार से दिया,जले दिल का। हम उपहार … Read more

वह सपना ही तो था

डाॅ. मधुकर राव लारोकर ‘मधुर’  नागपुर(महाराष्ट्र) ************************************************************************* निद्रा में जैसे,सपने आते सपने में जैसे,तुम दिखते। कुछ बेगाने से,कुछ अंजाने से, एहसासों को जैसे,सर्द हवाएं देते। वह सपना ही तो था… बेचैनी में जैसे,इज़ाफा करते, दिल को जैसे,घायल करते। ना मीठी यादें,ना दिलकश वादे, समीप आते और,गुम हो जाते। वह सपना ही तो था… गुजारी है … Read more