एक कविता यह भी…
मनोरमा जोशी ‘मनु’ इंदौर(मध्यप्रदेश) **************************************************** सुरों में शब्द भर दो, भाव का मकरंद भर दो एक दिव्यानंद भर दो। शब्द जिसमें तथ्य हों, समूचे अनुभवों का शब्द हो मेरे उन कहकहों का, जो दर्द की अनुभूतियों में थे लगाए, पर आँखों से जो अश्क बनकर बह न पाए। अरे पगली शब्द लेकर क्या करोगी, खुद … Read more