करेंगे हम अपने वतन की हिफ़ाज़त

डॉ.नीलिमा मिश्रा ‘नीलम’ इलाहाबाद (उत्तर प्रदेश) ************************************************************** स्वतंत्रता दिवस विशेष …….. करेंगे हम अपने चमन की हिफ़ाज़त।हमारा है मक़सद वतन की हिफ़ाज़त। सबब जश्न-ए-आज़ादी का है तो ये है,करें हम शहीदों के प्रण की हिफ़ाज़त। हैं जाँबाज़ सैनिक वतन के हमारे,करें जल की थल की गगन की हिफ़ाज़त। तिरंगे में लिपटा दे माँ जिस्म मेरा,शहादत करेगी … Read more

किसने तुम्हें दिया हक़ इतना…

डॉ.नीलिमा मिश्रा ‘नीलम’  इलाहाबाद (उत्तर प्रदेश) तुम शरीर से खेलो मेरे  और जला कर राख करो, तार-तार दामन तुम कर दो  मुझ पर रोज बलात करो। किसने तुम्हें दिया हक़ इसका, ये कैसी आज़ादी है ? भारत की ललनाएँ कहतीं, बंद सभी उत्पात करो॥   ख़ूब पढ़े सब ख़ूब बढ़े सब नारा ये लगवाते हो, … Read more

बेटी दो कुल का मान होती है

डॉ.नीलिमा मिश्रा ‘नीलम’  इलाहाबाद (उत्तर प्रदेश) ************************************************************** परी जैसी सलोनी-सी बड़ी नादान होती है, चले आँगन में जब बेटी वो घर की शान होती है। विधाता की अलौकिक शक्ति का वरदान है बेटी, जनम लेती है जिस घर में वहाँ मेहमान होती है॥ कभी गुड़िया से गुड्डा की जो ख़ुद शादी रचाती थी, कभी जो … Read more

छुपो नहीं किवाड़ में

डॉ.नीलिमा मिश्रा ‘नीलम’  इलाहाबाद (उत्तर प्रदेश) ************************************************************** (रचना शिल्प:१२१ २१२ १२१ २१२ १२१ २१२) चले जो लेखनी लिखे नवीन छंद कल्पना, समाज को मिले दिशा करूँ नवीन सर्जना। चुनाव की सभी दिशा हवा फ़िज़ा बहार है, सभी लगा रहे क़यास कौन दावेदार है। जरा रुकें जरा सुनें,जरा इसे जगाइये, ज़मीर को जगाइये जवाब आप पाइये। … Read more