कोलकाता की वो पुरानी बस और डराने वाला टिकट….!
तारकेश कुमार ओझा खड़गपुर(प. बंगाल ) ********************************************************** कोलकाता की बसें लगभग अब भी वैसी ही हैं जैसी ९० के दशक के अंतिम दौर तक हुआ करती थी। फर्क सिर्फ इतना आया है कि पहले जगहों के नाम ले-लेकर चिल्लाते रहने वाले कंडक्टरों के हाथों में टिकटों के जो बंडल होते थे,वे साधारणत: २०,४० और ६० … Read more