नजरों का मिलना

संजय जैन  मुम्बई(महाराष्ट्र) ************************************************ जबसे मिली है,तुमसे नजरें, तब से न जाने,क्या हो गया। अब तो आँखें भी,शर्माने लगी। किसी और से,नजरें मिलाने को॥ तेरे इंतज़ार में,एक उमर हो गई, रात रुक सी गई, और सहर हो गई। पता नहीं अब,कब मुलाकात होगी, नज़रों की नजरों से,कब बात होगी॥ तेरी बेरुखी का अब,हम गिला क्या … Read more

जब ज़मीर शरमाया मेरा

संजय गुप्ता  ‘देवेश’  उदयपुर(राजस्थान) ********************************************************************* कोई दो कदम तो साथ रहे मेरे भी, इस उम्मीद में खोजता रहा वह चेहरा। संग चलने को मेरे जो तैयार हुआ, वह फकत साथ था साया ही मेरा। रात को दस्तक दी,सपने में जिसने, दिन में वही शख्स था भुलाया मेरा। छोड़ के दामन मेरा,दूर हुआ मुझसे, वह था … Read more

माँ तो माँ है

संजय जैन  मुम्बई(महाराष्ट्र) ************************************************ ‘अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस’ स्पर्धा विशेष………………… हमें इस संसार में लाने वाली एक महिला ही है,जिसके द्वारा हमारा जन्म इस पृथ्वी पर हुआ और उसे हम सब अपनी जननी,माँ,माता और आई आदि अनेक नामों से सम्बोधन करते हैं। उसके ही त्याग-तपस्या के कारण हमारा मूल आधार है। हमें इस संसार में लाने … Read more

महके जिंदगी

संजय जैन  मुम्बई(महाराष्ट्र) ************************************************ फूलों की सुगंध से,सुगन्धित हो जीवन तुम्हारा, तारों की चमक से,झिलमिलाये जीवन तुम्हाराl उम्र हो सूरज जैसी,जिसे याद रखे जगत सारा, आप महफ़िल सजाएं ऐसी,कि हम आएं दुबाराll जीवन में मौके आएं,इस तरह के हजारों बार, लोग कहते न थके,कि मुबारक हो मुबारक होl आपको अपनी जिंदगी,जीने का ये अंदाज, जिसमें … Read more